अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला तो विपक्ष की बैठक से बहिर्गमन करेगी आप
आप ने पटना में केजरीवाल की प्रशंसा और नीतीश का उपहास करने वाले पोस्टर से खुद को अलग किया
नयी दिल्ली/पटना. कांग्रेस ने अगर दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) को समर्थन देने का वादा नहीं किया तो आप शुक्रवार को पटना में होने वाली बैठक से बहिर्गमन करेगी. पार्टी के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल बैठक में शामिल नहीं होना चाहते तो ठीक है, उनकी कमी महसूस नहीं होगी. साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने के सिलसिले में बिहार के मुख्यमंत्री व जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. बैठक में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी शामिल होंगे.
एक सूत्र ने कहा, “अगर कांग्रेस ने अध्यादेश के खिलाफ समर्थन का वादा नहीं किया तो ‘आप’ बैठक से बहिर्गमन करेगी.” दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मंगलवार को उम्मीद जताई थी कि कांग्रेस पटना में विपक्षी दलों की बैठक में अध्यादेश पर अपना रुख स्पष्ट करेगी.
दीक्षित ने एक वीडियो बयान में कहा, ”केजरीवाल जी आपको कोई याद नहीं करेगा…चाहे आप वहां जाएं या न जाएं. हम पहले से ही जानते थे कि आप विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं होने के लिए बहाने ढूंढ रहे हैं. मैं आपको बता दूं कि यह उन लोगों की एक बैठक है जिन्हें देश की परवाह है, यह सौदेबाजों की सभा नहीं है.”
आप ने पटना में केजरीवाल की प्रशंसा और नीतीश का उपहास करने वाले पोस्टर से खुद को अलग किया
बिहार में आम आदमी पार्टी (आप) ने बृृहस्पतिवार को पटना में लगाए गए उस पोस्टर से खुद को अलग कर लिया है जिसमें पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को ”भावी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ”नरेंद्र मोदी का विश्वासपात्र” बताया गया है. उसने आरोप लगाया कि यह विपक्षी एकता के खिलाफ एक घृणित साजिश है . पटना शहर के एक प्रमुख चौराहे पर यह पोस्टर लगाया गया है जिसपर विकास कुमार ज्योति नामक व्यक्ति का नाम अंकित है. आप ने दावा किया है कि वह उससे जुड़ा नहीं है.
पोस्टर में केजरीवाल को ”भावी प्रधानमंत्री” बताए जाने के अलावा कहा गया है कि नीतीश कुमार ”नरेंद्र मोदी के खासमखास” हैं और उन पर लोगों को ”न ही आशा, न विश्वास है. ” कुमार ने ही शुक्रवार को यहां होने वाली विपक्ष की बैठक बुलायी है. आप की बिहार इकाई के प्रवक्ता बब्लू कुमार ने कहा, ”यह विपक्षी एकता के खिलाफ एक घृणित साजिश है. हमारे नेता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के अपने समकक्ष भगवंत मान के साथ बैठक में हिस्सा लेने के लिए पटना आ रहे हैं.”
आप प्रवक्ता ने कहा, ” जिस व्यक्ति ने पोस्टर लगाया है, उसे हम नहीं जानते. वह कभी भी हमारी पार्टी का प्राथमिक सदस्य नहीं रहा है.” आप की बिहार इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसके सह प्रभारी अभिनव राय ने भी एक बयान जारी किया जिसमें आरोप लगाया गया , ”भाजपा एकजुट विपक्ष से डर गई है और अफवाह और झूठ फैलाने के लिए भ्रामक पोस्टर लगवा रही है. सभी सतर्क रहें और 2024 में तानाशाही भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए खुद को सर्मिपत करें.” जदयू के सर्वोच्च नेता कुमार पिछले साल अगस्त में भाजपा से नाता तोड़ने के बाद से ही विपक्षी एकता पर जोर दे रहे हैं.