UP: महिला आरक्षण बिल को लेकर बसपा सु्प्रीमो मायावती ने कहा- अब और इंतजार न्याय संगत नहीं
BSP Chief Mayawati: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संसद में पारित हुए महिला आरक्षण बिल को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। बसपा मुखिया का कहना है कि 27 वर्षों की लंबी प्रतिक्षा के बाद अब आगे और इंतजार करना कितना न्याय संगत होगा।
महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों से पारित हो जाने का स्वागत, किन्तु देश इसका भरपूर व जोरदार स्वागत करता अगर उनकी अपेक्षाओं के मुताबिक यह अविलम्ब लागू हो जाता। अब तक लगभग 27 वर्षों की लम्बी प्रतीक्षा के बाद अनिश्चितता का अब आगे और लम्बा इंतजार करना कितना न्यायसंगत?
एससी-एसटी महिलाओं को अलग से आरक्षण जरूरी
मायावती ने कहा है कि वैसे देश की आबादी के बहुसंख्यक ओबीसी समाज की महिलाओं को आरक्षण में शामिल नहीं करना बहुजन समाज के उस बड़े वर्ग को न्याय से वंचित रखना है। इसी प्रकार एससी व एसटी समाज की महिलाओं को अलग से आरक्षण नहीं देना भी उतना ही अनुचित व सामाजिक न्याय की मान्यता को नकारना है।
ओबीसी समाज को शामिल करने की जरुरत
बसपा सुप्रीमो ने कहा जहां चाह है वहाँ राह है और इसीलिए सरकार ओबीसी समाज को इस महिला आरक्षण बिल में शामिल करे, एससी व एसटी वर्ग की महिलाओं को अलग से आरक्षण दे तथा इस विधेयक को तत्काल प्रभाव से लागू करने के सभी जरूरी उपाय करे। धार्मिक अल्पसंख्यक समाज की महिलाओं कीे भी उपेक्षा अनुचित है।