पंजाब में चुनाव अक्टूबर तक स्थगित, इमरान खान ने कहा ‘‘संविधान का उल्लंघन’’
लाहौर. पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने आर्थिक संकट में फंसे देश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति का हवाला देते हुए पंजाब प्रांत में होने वाले विधानसभा चुनावों को पांच महीने से अधिक समय के लिए टाल दिया है. ईसीपी ने बुधवार देर रात जारी एक आदेश में कहा कि आयोग के सामने लाई गई रिपोर्टों की जानकारी पर विचार करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया है कि ईमानदार, न्यायोचित, पारदर्शी तरीके से और संविधान के अनुसार चुनाव कराना असंभव है. ईसीपी द्वारा पहले चुनाव की निर्धारित तारीख 30 अप्रैल थी.
आयोग ने कहा, ‘‘इसलिए चुनाव कार्यक्रम को वापस लिया जाता है और आठ अक्टूबर को मतदान की तारीख के साथ नया कार्यक्रम जारी किया जाएगा.’’ ईसीपी के इस कदम की पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने आलोचना की है. उन्होंने कहा कि चुनाव को अक्टूबर तक टाला जाना पाकिस्तान के संविधान का उल्लंघन है.
पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की विधानसभाओं को क्रमश: 14 और 18 जनवरी को खान की पार्टी की पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा भंग कर दिया गया था. ईसीपी ने कहा कि यह निर्णय सरकार और विभिन्न विभागों और खुफिया एजेंसियों द्वारा उपलब्ध करायी गयी इस जानकारी देने के बाद लिया गया कि ‘‘देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति इस समय किसी भी प्रांत में चुनाव कराने की अनुमति नहीं देती है.’’