मॉस्को आतंकी हमले में 70 लोगों की मौत, 115 लोग घायल, 60 की हालत गंभीर
मॉस्को. रूस की राजधानी मॉस्को के क्रॉकस सिटी हॉल में 5 बंदूकधारियों ने भीड़ पर गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई और 115 लोग घायल हुए हैं. रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रमुख मुराशको ने बताया कि अस्पताल में भर्ती 115 लोगों में से 60 की हालत गंभीर है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थिति पर नियंत्रण के लिए रूसी नेशनल गार्ड्स मौके पर पहुंच गए और उन्होंने आतंकियों से निपटने के लिए अपना अभियान भी शुरू कर दिया. इस ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर्स की भी मदद ली गई. वहीं घटनास्थल पर 50 से अधिक एंबुलेंस भी पहुंच गए, जिसमें घायलों को अस्पताल ले जाया गया.
मीडिया रिपोर्ट्स में 5 में से एक हमलावर को पकड़ने का दावा किया जा रहा है.
रूसी सरकारी मीडिया के अनुसार, कुछ अज्ञात लोग क्रोकस सिटी हॉल में घुस गए और संगीत कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही गोलीबारी शुरू कर दी. रिपोर्ट्स के अनुसार, हॉल में फायरिंग के बाद ग्रेनेड से भी हमला किया गया.
यह हमला तब हुआ जब क्रोकस सिटी हॉल में प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड ‘पिकनिक’ के एक संगीत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ जमा थी. इस हॉल में 6,000 से अधिक लोग बैठ सकते हैं.
BREAKING: Russia's top security agency says 40 people have died and more than 100 were wounded in the attack on a Moscow concert hall. https://t.co/FKvaTNMPGc
— The Associated Press (@AP) March 22, 2024
लड़ाकू पोशाक में कम से कम 5 लोग कॉन्सर्ट हॉल में घुस गए और गोलीबारी की. उस इमारत में विस्फोट और आग लगने की भी सूचना है. इस आतंकी हमले को लेकर आईएसआईएस ने दावा किया है, लेकिन कोई पुष्टि नहीं हो पायी है. वहीं मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने हमले को ‘बहुत बड़ी त्रासदी’ बताया है.
आतंकवादी हमला मानकर जांच शुरू
रूस की शीर्ष जांच एजेंसी इस गोलीबारी, विस्फोट और आग की घटना को आतंकवादी हमला मानकर जांच कर रही है. जांच समिति ने कहा कि उसने आरोपों की आपराधिक जांच शुरू कर दी है, हालांकि उसने यह नहीं बताया कि हमले के पीछे कौन हो सकता है.
मॉस्को एयरपोर्ट बंद
फिलहाल मॉस्को एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है और ट्रेनों की आवाजाही भी रोक दी गई है. वहीं लोगों को मॉस्को में सार्वजनिक जगहों पर एकत्र होने से भी मना कर दिया गया है.
अमेरिका ने पहले ही किया था अलर्ट
रिपार्ट्स के अनुसार, कुछ दिनों पहले ही अमेरिका ने आतंकी हमले को लेकर अलर्ट जारी किया था. उसने अपने नागरिकों को मॉस्को में सामूहिक समारोहों में न जाने का सुझाव दिया था.
हमले में यूक्रेन की भूमिका के संकेत नहीं: अमेरिका
इस आतंकी हमले को लेकर अमेरिका ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि मॉस्को में हुए भयानक आतंकी हमले में यूक्रेन की भूमिका के कोई प्रारंभिक संकेत नहीं मिले हैं.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका अभी भी जानकारी एकत्र कर रहा है. फिलहाल इस बात का कोई संकेत नहीं है कि यूक्रेन या कोई यूक्रेन का नागरिक इस गोलीबारी में शामिल था.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने की कड़ी निंदा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए “जघन्य और कायरतापूर्ण आतंकवादी हमला” करार दिया है.
वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने भी इस आतंकी हमले कि निंदा करते हुए कहा कि फ्रांस गोलीबारी के पीड़ितों के साथ एकजुटता से खड़ा है.
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने कहा कि मॉस्को में निर्दोष नागरिकों के नरसंहार को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. वे इस हमले के पीड़ितों के साथ हैं.