मोदी, बाइडन ने राजकीय रात्रिभोज में कुछ हल्के-फुल्के पल बिताए, भारतीय-अमेरिकियों की सराहना की

हम दोनों नेता भले ही जाम टकरा रहे हैं लेकिन हम दोनों ही शराब नहीं पीते : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

वाशिंगटन. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका में राजकीय रात्रिभोज में अपने संबोधन में भारतीय-अमेरिकियों की शानदार उपलब्धियों की सराहना की. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और मोदी दोनों ने अपने अतिथियों के साथ कुछ हल्के-फुल्के पल बिताए. कई कार्यक्रमों में व्यस्त रहने साथ ही मोदी ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को दिए गए भाषणों की गिनती भूल गए हैं.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने अप्रैल में उनके लिए आयोजित इसी तरह के राजकीय रात्रिभोज के दौरान एक गाना गाकर मेहमानों को आश्चर्यचकित कर दिया था. मोदी ने येओल का स्पष्ट रूप से जिक्र करते हुए कहा कि बाइडन के आतिथ्य ने उनके अतिथियों को गाने के लिए प्रेरित किया, जिससे मेहमानों की हंसी छूट गई.

उन्होंने कहा कि तब उनकी इच्छा हुई कि काश उनमें भी गायन की प्रतिभा होती कि ”मैं भी एक गाना गा पाता.” मोदी ने याद किया, ”2014 में मेरे लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान, मैं कुछ भी नहीं खा सकता था क्योंकि मैं नवरात्रि के उपवास पर था, जबकि तत्कालीन उपराष्ट्रपति बाइडन मुझसे बार-बार पूछ रहे थे कि क्या आप कुछ भी नहीं खाएंगे? इसे लेकर आप बेहद परेशान भी थे. मुझे लगता है कि उस समय आपकी मुझे प्रेम से कुछ खिलाने की इच्छा आज पूरी हो हो रही है.” अपने संबोधन में बाइडन ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ”हम दोनों नेता भले ही जाम टकरा रहे हैं लेकिन हम दोनों ही शराब नहीं पीते.” उन्होंने दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों पर चर्चा की और भारतीय-अमेरिकियों के योगदान की सराहना की.

राष्ट्रपति बाइडन ने रवीन्द्रनाथ टैगोर की अमेरिका यात्रा और यहां के विचारों पर उनके प्रभाव के बारे में भी बात की तथा उनकी प्रसिद्ध कविता ‘व्हेयर माइंड इज विदाउट फियर’ का जिक्र किया. मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय-अमेरिकियों ने भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने तथा देश के समग्र विकास में अहम भूमिका निभाई है, जिसमें वे रह रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन द्वारा व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) परिसर में आयोजित राजकीय रात्रिभोज में अपने ”बेहतरीन” मेजबानों की सफलता एवं खुशी की कामना की. उन्होंने भारत और अमेरिका की चिरस्थायी मित्रता के साथ-साथ लोगों के अच्छे स्वास्थ्य, समृद्धि एवं स्वतंत्रता और समानता एवं भाईचारे की कामना की.

इस रात्रिभोज में 400 से अधिक अतिथियों को आमंत्रित किया गया था, जिनमें मुकेश अंबानी, आनंद महिंद्रा, गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और एप्पल के सीईओ टिम कुक समेत प्रौद्योगिकी जगत के कई दिग्गज एवं अरबपति उद्योगपति शामिल थे.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”हर गुजरते दिन के साथ, भारतीय एवं अमेरिकी एक -दूसरे को बेहतर तरीके से जान रहे हैं. हम एक-दूसरे के नाम का उच्चारण ठीक से कर सकते हैं. हम एक-दूसरे के बात करने के लहजे को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं. भारत में बच्चे ‘हेलोवीन’ पर ‘स्पाइडर मैन’ बनते हैं और अमेरिका में युवा ‘नाटु-नाटु’ की धुन पर नाच रहे हैं.” उन्होंने कहा कि अमेरिका को बेसबॉल पसंद है, लेकिन क्रिकेट भी यहां लोकप्रिय हो रहा है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”अमेरिकी टीम इस साल के अंत में भारत में होने वाले क्रिकेट विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने की पूरी कोशिश कर रही है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और उनकी सफलता की कामना करता हूं.” मोदी ने बाइडन से कहा कि उन्होंने आज रात असाधारण प्रतिभाशाली और उल्लेखनीय लोगों को आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा, ”मुझे इसके लिए आपकी सराहना करनी चाहिए. ये लोग भारत-अमेरिका संबंधों, हमारी ऊर्जा, हमारी गतिशीलता और हमारे राष्ट्र का प्रतीक हैं.”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”भारतीय-अमेरिकियों ने अमेरिका में एक लंबा सफर तय किया है. उन्हें भारत के मूल्यों, लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्कृति पर गर्व है तथा उन्होंने विभिन्न संस्कृतियों एवं विचारधाराओं वाले अमेरिका में एक सम्मानजनक स्थान पाया है. भारतीय-अमेरिकियों ने अमेरिका के समावेशी समाज तथा अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.” उन्होंने कहा, ”भले ही अस्पताल हों या होटल, विश्वविद्यालय हों या अनुसंधान प्रयोगशालाएं, गैस स्टेशन हों या साजो-सामान का प्रबंधन, वे हर जगह अपनी छाप छोड़ रहे हैं.” मोदी ने रात्रिभोज में अपने संबोधन के दौरान हिंदी में बात की जिसका अंग्रेजी में अनुवाद किया गया.

राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध अमेरिका के शुरुआती दिनों से हैं. उन्होंने कहा, ”1792 में हमारे पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन ने वाणिज्य एवं संस्कृति के केंद्र कोलकाता में पहला वाणिज्य दूतावास स्थापित किया था.” उन्होंने कहा कि कई ऐसे कारण हैं कि दोनों लोकतांत्रिक देश पीढ.ी दर पीढ.ी बदलाव को स्वीकार करते हुए टिके हुए हैं और चिंतन कर रहे हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ”मैंने भारत के अपने दौरे में यह देखा. मैं यहां अमेरिका में भारतीय समुदाय में यह देखता हूं. मैं कला, शिक्षा, मीडिया, कानून, चिकित्सा, विज्ञान और हर स्तर के कारोबार, स्पेलिंग बी विजेताओं, अपने गृह राज्य डेलावेयर समेत देशभर में अपने क्रिकेट क्लब और आज रात यहां मौजूद रिकॉर्ड संख्या में भारतीय-अमेरिकी सांसदों में यह देखता हूं.” प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर 21 से 24 जून तक अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं.

इस रात्रिभोज के लिए आमंत्रित अतिथियों की सूची में मानवाधिकार कार्यकर्ता मार्टिन लूथर किंग तृतीय, टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी बिली जीन किंग, फिल्म निर्माता एम नाइट श्यामलन, फैशन डिजाइनर राल्फ लॉरेन, ग्रैमी पुरस्कार विजेता जोशुआ बेल और उद्यमी फ्रैंक इस्लाम भी शामिल थे. सूची में भारतीय-अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल, श्री थानेदार, रो खन्ना, अमी बेरा और राजा कृष्णमूर्ति भी शामिल थे.

रात्रिभोज में बाइडन परिवार के सदस्यों में हंटर बाइडन, एशले बाइडन, जेम्स बाइडन और नाओमी बाइडन नील शामिल थे.
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी इस दौरान उपस्थित थीं. वह प्रधानमंत्री मोदी के लिए शुक्रवार को दोपहर के भोज की मेजबानी करेंगी. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी अमेरिकी राजनयिकों और बाइडन प्रशासन के सदस्यों के साथ रात्रिभोज में शामिल हुए.

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