ग्रामबुश बंधुओं की मदद से जर्मनी सेमीफाइनल में, नीदरलैंड भी अंतिम चार में
भुवनेश्वर. जर्मनी ने बुधवार को यहां एफआईएच पुरूष विश्व कप मैच के अंतिम दो मिनट में दो गोल कर पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए इंग्लैंड पर पेनल्टी शूटआउट में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया जबकि नीदरलैंड की टीम भी दक्षिण कोरिया पर जीत से उसके साथ अंतिम चार में पहुंच गयी.
इंग्लैंड की टीम 58वें मिनट तक 2-0 से आगे चल रही थी लेकिन जर्मनी के कप्तान मैट्स ग्रामबुश और उनके छोटे भाई टॉम ने एक मिनट के अंतर पर गोल दागकर ‘रोमांचक’ क्वार्टरफाइनल मैच में हार की कगार से वापसी कर जीत हासिल की. जर्मनी की टीम पूल बी में दूसरे स्थान पर रही थी और उसने क्रॉसओवर मैच में फ्रांस को 5-1 से मात दी थी. अब सेमीफाइनल में शुक्रवार को उसका सामना तीन बार की चैम्पियन और पिछले चरण की कांस्य पदक विजेता आस्ट्रेलिया से होगा.
दूसरे क्वार्टरफाइनल मैच में पिछले दो चरण की उप विजेता नीदरलैंड ने दक्षिण कोरिया को 5-1 से हराकर शुक्रवार को होने वाले अंतिम चार मुकाबले में जगह बनायी जिसमें उसकी टक्कर बेल्जियम से होगी. नौंवी रैंंिकग वाली दक्षिण कोरिया ने सोमवार को क्रॉसओवर मैच में 2016 रियो ओलंपिक की चैम्पियन अर्जेंटीना को हराकर उलटफेर किया था. उसने अपने से कहीं मजबूत और विश्व रैंंिकग में तीसरे स्थान पर काबिज प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार जज्बा दिखाया. दक्षिण कोरिया की टीम क्वार्टरफाइनल में एकमात्र एशियाई टीम थी.
कंिलग स्टेडियम में दर्शकों को पूरी उम्मीद थी कि इग्लैंड मैच आसानी से जीत लेगा क्योंकि उसने जाचारी वालेस (12वें मिनट) और लियाम एनसेल (33वें मिनट) के गोल से 2-0 की बढ़त बनायी हुई थी. लेकिन जर्मनी ने 58वें और 59वें मिनट में मैट्स और टॉम बंधुओं के गोल से वापसी की. इससे तुरंत पहले क्रिस्टोफर रूहर ने 57वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक का मौका गंवा दिया था.
पर 1-2 से पिछड़ रही जर्मनी को मैच खत्म होने से एक मिनट पहले पेनल्टी स्ट्रोक मिला और मैट्स ने अपने छोटे भाई टॉम को मौका दिया जिन्होंने कोई गलती नहीं कर मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंचाया. निकलस वेलेन, हानेस मुलर, ंिप्रज थिस और क्रिस्टोफर रूहर ने शूटआउट में जर्मनी के लिये गोल दागे.
इंग्लैंड के लिये जेम्स एलबरी, जाचारी वालेस और फिल रोपर ही गोल कर सके जबकि डेविड गुडफील्ड चूक गये. दूसरे क्वार्टरफाइनल मैच में नीदरलैंड की ओर से कोएन बिजेन ने 27वें और 31वें मिनट में दो गोल किये जबकि जस्टेन ब्लोक (36वें), स्टेजिन वान हेजिंिनगजेन (50वें) और टेयून बेंस (58वें) ने टीम के लिये अन्य गोल दागे. दक्षिण कोरिया के लिये सांत्वना गोल इनवू सियो ने 51वें मिनट में किया.