संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन मुद्दे पर रूस के शीर्ष राजनयिक को फटकारा
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र प्रमुख और पश्चिम देशों के प्रतिनिधियों ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे रूस के शीर्ष राजनयिक को फटकारा और आरोप लगाया कि रूस यूक्रेन पर हमला कर संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का उल्लंघन कर रहा है और उसके क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है।
रूस के विदेश मंत्री ने इसके जवाब में अपने देश की सैन्य कार्रवाई का बचाव किया और आरोप लगाया कि अमेरिका और उसके सहयोगी तीसरे विश्वयुद्ध को रोकने के लिए गठित संयुक्त राष्ट्र की नींव वैश्विक कूटनीति को कम कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के बीच सहयोग को संगठन के लिए ‘‘जीवनदायी और मार्गदर्शक दृष्टिकोण’’ बताया तथा सुरक्षा परिषद को चेतावनी दी कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 1945 में संयुक्त राष्ट्र के निर्माण के बाद से वैश्विक सहयोग सबसे बड़े तनावपूर्ण मोड़ पर है।
यूक्रेन में पहले और सबसे महत्वपूर्ण युद्ध की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रमुख शक्तियों के बीच तनाव ‘‘ऐतिहासिक उच्च स्तर’’ पर पहुंच गया है इसलिए ‘‘दुर्भाग्य से या गलत आकलन से’’ संघर्ष का जोखिम है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव और अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस एवं उनके सहयोगियों के राजदूतों ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर में अंर्तिनहित सिद्धांत की ओर इशारा किया जिसमें सभी देशों को अन्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और प्रत्येक राष्ट्र की राजनीतिक स्वतंत्रता का समर्थन करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। आरोप है कि रूस ने 24 फरवरी, 2022 को अपने छोटे पड़ोसी देश पर हमला कर इसका उल्लंघन किया और अवैध रूप से यूक्रेन के कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया।
हालांकि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इसका बचाव करते हुए रूस के इस आक्रमण को ‘‘विशेष सैन्य अभियान’’ बताया और उन आरोपों को दोहराया कि नाटो यूक्रेन में अपने विस्तार की योजना बना रहा है और यूक्रेन ‘‘नाजी प्रथा’’ को बढ़ावा दे रहा है तथा रूसी भाषा एवं संस्कृति पर प्रतिबंध लगा रहा है।