पार्टी लाइन से हटकर नेताओं ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी, प्रधानमंत्री ने इसे ‘ऐतिहासिक’ क्षण बताया
नयी दिल्ली. पार्टी लाइन से हटकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने सोमवार को द्रौपदी मुर्मू को देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भारत के लिए, खासकर गरीबों, हाशिए पर पड़े लोगों और दलितों के लिए एक ‘ऐतिहासिक क्षण’ बताया. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोंिवद की जगह लेने वाली मुर्मू को भारत के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण ने संसद के सेंट्रल हॉल में पद की शपथ दिलाई.
सर्वोच्च संवैधानिक पद को हासिल करने वाली देश की पहली आदिवासी और पद पर दूसरी महिला मुर्मू 64 साल की भारत की सबसे कम उम्र की और आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति हैं. मुर्मू को बधाई देते हुए उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सर्वोच्च पद पर उनका चुनाव भारतीय लोकतंत्र की जीवंतता और ताकत का प्रमाण है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत के पहले नागरिक के रूप में उनके सफल और संतोषजनक कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं.’’
उनके सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने कहा कि जब उन्होंने शपथ ली तो पूरा देश गर्व से देख रहा था. मोदी ने कहा, ‘‘श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली तो पूरे देश ने गर्व के साथ देखा. उनका राष्ट्रपति पद ग्रहण करना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, खासकर गरीबों, हाशिए पर मौजूद लोगों और वंचितों के लिए. मैं उन्हें एक सार्थक राष्ट्रपति कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘शपथ ग्रहण करने के बाद अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आशा और करुणा का संदेश दिया. उन्होंने भारत की उपलब्धियों पर जोर दिया और ऐसे समय में आगे के मार्ग का एक भविष्यवादी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है.’’ मुर्मू को बधाई देने वालों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री और विपक्षी नेता शामिल थे.
नड्डा ने कहा कि ‘‘जनता की राष्ट्रपति’’ के रूप में राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में उन्होंने न केवल इस ऐतिहासिक क्षण के महत्व को बल्कि नए भारत की भावना को भी समझाया. मुर्मू को बधाई देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उम्मीद जताई कि उनका कार्यकाल भारत के गौरव को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने पर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बहुत बहुत बधाई. मुझे विश्वास है कि आपका कार्यकाल देश के गौरव को नयी ऊंचाइयों पर ले जायेगा. आज का यह ऐतिहासिक दिन लोकतांत्रिक मूल्यों पर चलकर हर वर्ग के सशक्तिकरण और अंत्योदय का एक अप्रतिम उदाहरण है.’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह भारतीय गणराज्य के इतिहास में एक उल्लेखनीय दिन है . उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनके समृद्ध विधायी और प्रशासनिक अनुभव से राष्ट्र को लाभ होगा. विपक्षी दलों के कई नेताओं ने मुर्मू को बधाई देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा कि उनकी सेवाओं से देश को फायदा होगा. स्टालिन ने अपने संदेश में कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि राष्ट्र इस महान देश के राष्ट्रपति के रूप में आपकी सेवाओं से लाभान्वित होगा और मैं आपको शुभकामनाएं देता हूं.’’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि ओडिशा के एक सुदूर गांव में एक आदिवासी परिवार में जन्मी एक महिला को भारत के राष्ट्रपति के पद पर पहुंचते हुए देखना भारत के इतिहास में ‘‘गर्व का क्षण’’ है.
चिदंबरम ने ट्विटर पर कहा, ‘‘माननीय मैडम द्रौपदी मुर्मू को बधाई और शुभकामनाएं.’’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता शरद पवार ने मुर्मू को बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि वह भारत के लोकतंत्र, संविधान और कानून की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगी और अपने कार्यकाल के दौरान देश को और अधिक गौरवान्वित करेंगी.
शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में मुर्मू ने सरकार के डिजिटल इंडिया और ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल और कोविड-19 महामारी से निपटने सहित विभिन्न मुद्दों को छुआ. उन्होंने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि देश को उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए ‘सबका प्रयास’ और ‘सबका कर्तव्य’ के दो पथ पर तेजी से आगे बढ़ना होगा.
एक पार्षद के रूप में सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वाली और बाद में झारखंड की राज्यपाल बनने वाली मुर्मू ने कहा कि वह सभी भारतीयों, विशेषकर युवाओं और महिलाओं को आश्वस्त करना चाहती हैं कि राष्ट्रपति के रूप में उन सभी के हित उनके लिए सबसे ऊपर होंगे. कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा ने भी मुर्मू को भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी.
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. मुझे यकीन है कि उनके विशाल और विविध अनुभव के साथ, उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में, भारत दुनिया में नयी ऊंचाइयां हासिल करेगा.’’ मुर्मू को बधाई देते हुए बोम्मई ने कहा, ‘‘भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक र्स्विणम दिन. उनकी प्रेरक कथा सभी को प्रेरित करेगी कि कैसे एक गरीब आदिवासी समुदाय में पैदा हुई लड़की राष्ट्रपति भवन तक का अपना रास्ता तय करती है.’’ पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) सुप्रीमो एच. डी. देवेगौड़ा ने कहा, ‘‘हमें एक गणतंत्र के रूप में बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि हमने मुर्मू को अपना राष्ट्रपति चुना है.’’ उन्होंने मुर्मू को उनकी शानदार जीत पर बधाई दी.