ओडिशा में बस दुर्घटना में 12 बारातियों की मौत
ब्रह्मपुर. ओडिशा के गंजाम जिले में दो बसों की आमने-सामने की टक्कर में बारह बारातियों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए. यह जानकारी पुलिस ने सोमवार को दी. ब्रह्मपुर के पुलिस अधीक्षक सरवण विवेक एम. ने बताया कि हादसा रविवार देर रात यहां से करीब 35 किलोमीटर दूर ब्रह्मपुर-तप्तापानी मार्ग पर दिगपहांडी इलाके के पास तब हुआ जब बारातियों की बस ओडिशा राज्य सड़क परिवहन निगम (ओएसआरटीसी) की एक अन्य बस से टकरा गई.
पुलिस के अनुसार, हादसे की चपेट में आए लोग ब्रह्मपुर में एक शादी समारोह में भाग लेने के बाद दिगपहांडी के पास खांडादेउली लौट रहे थे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की.
राष्ट्रपति भवन ने राष्ट्रपति मुर्मू के हवाले से ट्वीट किया, ”ओडिशा के गंजाम में सड़क दुर्घटना में लोगों की जान जाने की खबर सुनकर काफी दुखी हूं. इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती हूं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.” प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में मोदी ने कहा, ”ओडिशा के गंजाम जिले में हुआ बस हादसा अत्यंत पीड़ादायक है. इसमें जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मैं शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी.” वहीं, मुख्यमंत्री पटनायक ने मृतकों के निकटतम परिजनों को तीन-तीन लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायल व्यक्तियों के मुफ्त इलाज की घोषणा की. उन्होंने राज्य के वित्त मंत्री बी के अरुखा को दुर्घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा.
बस दुर्घटना में जान गंवाने वाले 12 व्यक्तियों में से ग्यारह पूर्व सांसद रेनूबाला प्रधान के रिश्तेदार थे जो दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिसर्किमयों का एक दल तत्काल मौके पर पहुंचा और घायलों को अस्पतालों में पहुंचाया. वहीं, एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, ”जान गंवाने वाले 12 लोगों में सात लोग एक ही परिवार के थे और बाकी उनके रिश्तेदार थे.”
उन्होंने बताया कि घायल लोगों का यहां एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और दिगपहांडी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. अधिकारी ने कहा, ”दो घायलों को बाद में कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया.” इस बीच, विशेष राहत आयोग ने घायलों को इलाज के लिए 30-30 हजार रुपये देने की मंजूरी दी है.
गंजाम जिले के आरटीओ मानस साहू ने कहा कि बाराती जिस निजी बस में सवार थे उसका कोई परमिट और बीमा नहीं था. उन्होंने यह भी कहा कि निजी बस का मालिक “दुर्घटना के लिए जिम्मेदार है क्योंकि 25 साल पुराना वाहन बिना किसी परमिट के सड़कों पर चल रहा था.” वाहन 26 मार्च 1998 को पंजीकृत किया गया था और बस का बीमा इस साल अप्रैल में समाप्त हो गया था.