सेल की 2,338 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं में देरी हुई: इस्पात मंत्री
नयी दिल्ली. सरकार ने सोमवार को संसद में कहा कि भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) की 2,338 करोड़ रुपये की चार परियोजनाओं में देरी हुई है और इसके कारणों में ठेकेदारों का घटिया प्रदर्शन, सामग्री और उपकरणों की आपूर्ति में विलंब आदि शामिल हैं.
इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि प्राधिकरण (सेल) भिलाई संयंत्र में करीब 168 करोड़ रुपये की लागत से दल्ली खान के धुलाई र्सिकट में संशोधन की एक परियोजना का कार्यान्वयन कर रहा है. इसके अलावा बोकारो इस्पात संयंत्र में 1,111 करोड़ रुपये के निवेश के साथ ‘‘सिंटर’’ संयंत्र की स्थापना की जा रही है.
उन्होंने बताया कि देर से चल रही दो अन्य परियोजनाएं राउरकेला इस्पात संयंत्र और भिलाई संयंत्र से जुड़ी हैं. मंत्री ने कहा, ‘‘परियोजनाओं में मुख्य रूप से ठेकेदारों/उप ठेकेदारों के घटिया प्रदर्शन, ठेकेदारों द्वारा संसाधनों को ठीक से नहीं जुटाए जाने, सामग्री/उपकरणों के आदि के लिए आदेश को प्रस्तुत करने तथा इनकी आपूर्ति में विलंब के कारण देरी हुई है.’’ उन्होंने कहा कि हालांकि इनकी लागत में कोई वृद्धि नहीं हुई है.