इमरान खान सत्तारूढ़ पीएमएल-एन पार्टी के ‘‘दुश्मन’’ हैं : पाकिस्तान के मंत्री
पाकिस्तान की अदालत ने सात मामलों में इमरान खान को अंतरिम जमानत दी
लाहौर/इस्लामाबाद. पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाजÞ (पीएमएल-एन) का ‘‘दुश्मन’’ करार देते हुए कहा कि ‘‘वह (इमरान) देश की राजनीति को ऐसे मोड़ पर ले आए हैं जहां या तो उनकी हत्या होगी या हमारी’’.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बेहद करीबी पीएमएल-एन के वरिष्ठ नेता की टिप्पणी से राजनीतिक हलकों, विशेष रूप से इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) में आक्रोश पैदा हो गया है. खान पर पिछले साल नवंबर में पंजाब के वजीराबाद में एक रैली के दौरान हमला हुआ था और उन्हें गोली लगी थी लेकिन वह इस हमले में जीवित बच गए थे. खान ने अपने ऊपर इस हमले के लिए राणा सनाउल्लाह को जिम्मेदार ठहराया था.
सत्तर वर्षीय खान ने हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी के लिए दिए एक आवेदन में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और खुफिया सेवा आईएसआई (इंटर र्सिवस इंटेलीजेंस) के एक वरिष्ठ अधिकारी के नाम का भी उल्लेख किया था. एक निजी टीवी चैनल को रविवार को दिए साक्षात्कार में सनाउल्लाह (68) ने कहा, ‘‘या तो इमरान खान या हम मारे जाएंगे. वह अब देश की राजनीति को उस मुकाम पर ले गए हैं जहां दोनों में से एक ही रह सकता है- पीटीआई या पीएमएलएन. पीएमएलएन का पूरा अस्तित्व खतरे में है और हम उनसे हिसाब बराबर करने के लिए उनके खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं. खान ने राजनीति को दुश्मनी में बदल दिया है. खान अब हमारे दुश्मन हैं और उनके साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा.’’
यह पूछे जाने पर कि क्या इस तरह की टिप्पणी से पाकिस्तान में अराजकता फैल सकती है, इस पर मंत्री ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में पहले से ही अराजकता कायम है.’’ सनाउल्लाह के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीटीआई के नेता एवं पूर्व संघीय सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, ‘‘यह पीएमएलएन गठबंधन सरकार की ओर से खान को सीधे सीधे जान से मारने की धमकी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सनाउल्लाह गिरोह चला रहे हैं या सरकार? उच्चतम न्यायालय ने शरीफ के नेतृत्व वाले पीएमएलएन को माफिया घोषित कर सही किया था और उनका बयान इसका सबूत है. ’’ पीटीआई ने उच्चतम न्यायालय से इस पर संज्ञान लेने का भी आग्रह किया है क्योंकि यह खान को जान से मारने की खुली धमकी है.
पीटीआई के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री शिरीन मजारी ने ट्वीट किया, ‘‘ क्या अब किसी को सनाउल्लाह की खान की हत्या करने की मंशा पर कोई संदेह है. यह गृह मंत्रालय के बदमाशों द्वारा सीधे तौर पर दी गई धमकी है. पार्टी ने कहा कि पूर्व में ऐसा कभी नहीं देखा गया कि किसी सत्ताधारी पार्टी ने खुले तौर पर पाकिस्तान के एक लोकप्रिय नेता की ‘‘हत्या करने’’ की घोषणा की हो. अविश्वास मत हारने के बाद खान को पिछले साल अप्रैल में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था. सत्ता से इस तरह बाहर किए गए वह पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री हैं.
पाकिस्तान की अदालत ने सात मामलों में इमरान खान को अंतरिम जमानत दी
पाकिस्तान की एक अदालत ने इस माह के शुरू में संघीय न्यायिक परिसर में हुई झड़पों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ दर्ज सात अलग-अलग मामलों में उन्हें सोमवार को अंतरिम जमानत दे दी. इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) के मुख्य न्यायाधीश आमेर फारूक एवं न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगजेब की खंडपीठ ने जमानत याचिकाओं पर सुनवाई की.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष खान ने गोलरा, बारा काहू, रमना, खन्ना और सीटीडी थानों में उनके खिलाफ दर्ज सात मामलों में अंतरिम जमानत की मांग की. खान की ओर से याचिकाएं दायर करने वाले अधिवक्ता सलमान सफदर ने कहा कि यदि पूर्व प्रधानमंत्री गिरफ्तार हो जाते हैं, तो उन्हें ‘अपूरणीय क्षति’ होगी.
याचिका के अनुसार, ‘‘सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख होने के नाते ऐसी आशंका है कि यदि याचिकाकर्ता को गिरफ्तारी-पूर्व जमानत नहीं दी जाती है, तो उनके (खान के) राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और विरोधी अपने कुत्सित इरादों में कामयाब हो जाएंगे.’’ अदालत ने संबद्ध पक्षों की दलीलें सुनने के बाद खान को अंतरिम जमानत दे दी.
पीटीआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किये गये एक वीडियो में खान को अदालत परिसर में प्रवेश करते दिखाया गया है. उनके बुलेट-प्रूफ वाहन की सुरक्षा में इस्लामाबाद पुलिस तैनात थी. खान के खिलाफ 143 मामले दर्ज किये गये हैं, जिनमें से ज्यादातर आतंकवाद के आरोपों से जुड़े हैं.