आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त बदमाशों का हिस्ट्रीशीट खोले थाना प्रभारीगण: एसएसपी सदानंद

रायगढ़: संध्या पुलिस नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा जिले के राजपत्रित पुलिस अधिकारियों एवं थाना, चौकी प्रभारियों के साथ अपराध समीक्षा बैठक लिया गया । दंतेवाड़ा जिले में सहादत हुए जवानों को मौन श्रद्धांजलि के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा थानावार अपराध, मर्ग, शिकायतों एवं पिछले क्राइम मीटिंग में दिए गए एजेंडा पर की गई कार्यवाही की समीक्षा किये । थाना प्रभारियों द्वारा पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी प्रस्तुत किया गया।

इस दौरान लंबित मामलों में उनके द्वारा थाना प्रभारियों को प्रकरण के निकाल हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है । एसएसपी सदानंद कुमार ने चिटफंड मामलों के फरार डायरेक्टरों और गंभीर अपराधों में वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में एडिशनल एसपी संजय महादेवा को साइबर सेल स्टाफ के साथ ज्वांइट टीम बनाकर कार्यवाही का निर्देश दिया गया है।

एसएसपी रायगढ़ ने क्राइम कंट्रोल को लेकर थाना क्षेत्र के आदतन बदमाश जो बार-बार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हो रहे हैं ऐसे बदमशों के हिस्ट्री शीट खोलने को लेकर थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि 3 या 3 से अधिक अपराधों में लिप्त रहे बदमाशों के हिस्ट्रीशीटर खोले जाएं तथा ऐसे माफी बदमाश जो शांतिपूर्वक जीवन यापन कर रहे हैं, वर्तमान में कोई शिकायत नहीं है, उन्हें “अ ” वर्ग से “ब” वर्ग और “स” वर्ग में लाए जाने की कार्यवाही करें।

उन्होंने राजपत्रित अधिकारियों को “जिला बदर” किये जाने आपराधिक तत्वों को चिन्हिांकित कर कार्यवाही में प्रगति लाने के निर्देश दिये हैं । उनके द्वारा थाना, चौकी प्रभारियों को पुन: उनके क्षेत्र के एसडीएम, तहसीलदार से कोआर्डिनेशन बनाकर जमीन संबंधी, फसल संबंधी और छोटे-मोटे विवाद असंज्ञेय मामलों का शीघ्र निराकरण कराने कहा गया ।

क्राइम मीटिंग में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अवैध शराब पर की जा रही कार्यवाही को और बढ़ाने तथा नए जुआ सट्टा एक्ट के तहत कार्यवाही कर आरोपियों को जेल भेजने की कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश दिए । उन्होंने क्षेत्र में देह व्यापार जैसी कोई सूचना पर तत्काल विधिवत कार्यवाही के निर्देश राजपत्रित अधिकारियों को दिया गया है तथा “जनचेतना” कार्यक्रमों के तहत साइबर और यातायात जागरूकता के साथ नशा मुक्ति की ओर लोगों को प्रेरित कर उन्हें समुचित परामर्श, सामाजिक सहयोग और उनके काउंसलिंग की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया है ।

सड़क दुर्घटना को लेकर गोल्डन ऑवर (हादसे के बाद के पहले एक घंटे का समय) के सही इस्तेमाल और सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति पर उस घटना के लिए किसी भी तरीके से कोई केस नहीं चलाया जाएगा। इस ओर जन जागरूकता लाये जाने के निर्देश दिये । साथ ही सड़क दुर्घटना, आकस्मिक मौत, महिला संबंधी अपराधों में पीड़ितों को दिलाए जाने वाले मुआवजा प्रकरण को जल्द से जल्द न्यायालय प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं ।

क्राइम मीटिंग में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बताये कि अगले महीने पुलिस महानिरीक्षक महोदय बिलासपुर रेंज, बिलासपुर द्वारा जिले का वार्षिक निरीक्षण किया जाना प्रस्तावित है, जिस संबंध में आरआई अमरजीत खुंटे और थाना, चौकी प्रभारियों को समुचित तैयारी सुनिश्चित करने कहा गया है । देर रात तक चली क्राईम मीटिंग में सभी राजपत्रित पुलिस अधिकारी और थाना, चौकी प्रभारी उपस्थित थे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button