निष्फल विद्रोह रूस के दुश्मनों के इशारे पर किया गया : पुतिन
पुतिन ने गृहयुद्ध की स्थिति टालने के लिए सेना, सुरक्षा अधिकारियों की सराहना की
मॉस्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को सप्ताहांत के निष्फल विद्रोह (पुतिन की सत्ता के लिए अब तक का सबसे बड़ा खतरा) को लेकर इसके आयोजकों पर बरसते हुए उन्हें गद्दार करार दिया और कहा कि वे यूक्रेनी सरकार और इसके सहयोगियों के इशारे पर काम कर रहे थे.
आधी रात को टेलीविजन पर पांच मिनट के अपने संबोधन में पुतिन ने सख्त लहजे में अपनी बात कही. इस दौरान वह थके हुए दिख रहे थे. उन्होंने एक और संकट को रोकने के लिए विद्रोह को बढ़ावा देने वालों की आलोचना करने और बड़ी संख्या में निजी सैनिकों और उनके कट्टर समर्थकों को नाराज ना करने के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश की, जिनमें से कुछ स्थिति को संभालने के क्रेमलिन के तरीके से नाराज हैं.
पुतिन ने निजी सैन्य समूह ‘वैग्नर’ द्वारा घोषित सशस्त्र विद्रोह के 24 घंटे से भी कम समय में समाप्त होने के बाद एकजुटता दिखाने के लिए सोमवार को राष्ट्र का आभार व्यक्त किया. विद्रोह की समाप्ति के बाद अपने पहले बयान में पुतिन ने ‘वैग्नर’ के उन लड़ाकों का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने हालात को और बिगड़ने और ‘खूनखराबे’ में तब्दील होने से रोका. उन्होंने कहा कि देश और उसके लोगों को बगावत से बचाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए थे.
पुतिन ने विद्रोह के लिए ‘रूस के दुश्मनों’ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्होंने ‘गलत आकलन किया था.’ क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय) ने अधिकारियों द्वारा सोमवार को जारी एक वीडियो के जरिये देश में स्थिरता व्याप्त होने का प्रदर्शन करने की कोशिश की. इस वीडियो में रूस के रक्षा मंत्री यूक्रेन में सुरक्षा बलों का जायजा लेते नजर आ रहे हैं.
वहीं, ‘वैग्नर’ प्रमुख येवगेनी प्रीगोझिन ने कहा कि वह तख्तापलट की कोशिश नहीं कर रहे थे, बल्कि अपने निजी सैन्य समूह को तबाह होने से बचाने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने एक बयान में कहा, ह्लहमने एक अन्याय के चलते अपना मार्च शुरू किया था.ह्व प्रीगोझिन ने यह नहीं बताया कि वह अभी कहां हैं और उनकी आगे की क्या योजना है.
‘वैग्नर’ प्रमुख और रूस के सैन्य अधिकारियों के बीच तनातनी पूरे युद्ध के दौरान जारी रही, जो सप्ताहांत में विद्रोह में बदल गई, जब समूह के लड़ाके दक्षिणी रूस के एक अहम शहर में सैन्य मुख्यालय पर कब्जा करने के लिए यूक्रेन से रवाना हुए. वे किसी अवरोध का सामना किए बगैर मॉस्को की तरफ कूच करने लगे. हालांकि, एक कथित समझौते के तहत उनका विद्रोह 24 घंटे से भी कम समय में समाप्त हो गया.
क्रेमलिन ने कहा था कि उसने प्रीगोझिन के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत वह और समूह के लड़ाके निर्वासन में बेलारूस जाएंगे तथा उनके खिलाफ कोई अभियोग नहीं चलाया गया. सोमवार तक प्रीगोझिन के बारे में कोई पुष्टि नहीं हो पाई थी, लेकिन एक लोकप्रिय रूसी समाचार चैनल ने संचार ऐप टेलीग्राम पर बताया कि ‘वैग्नर’ प्रमुख बेलारूस की राजधानी मिन्स्क के एक होटल में हैं.
पुतिन ने प्रीगोझिन का नाम लेने से गुरेज करते हुए कहा कि विद्रोह के आयोजकों ने समूह के निजी सैनिकों को ‘अपने ही सैनिकों को गोली मारने के लिए’ मजबूर करने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा कि ‘रूस के दुश्मनों’ को उम्मीद थी कि विद्रोह रूस को विभाजित और कमजोर कर देगा, लेकिन उन्होंने गलत अनुमान लगाया.
इस विद्रोह पर पश्चिमी देशों के अधिकारी मौन हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को कहा कि इसमें अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) शामिल नहीं था और इससे अमेरिका का लेनादेना नहीं है. रूसी मीडिया ने बताया कि कई रूसी शहरों में वैग्नर कार्यालय सोमवार को फिर से खुल गए हैं और कंपनी ने सैनिकों की भर्ती फिर से शुरू कर दी है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन ने बाखमत के आसपास बढ़त हासिल कर ली है.
यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि उसने अपने देश के दक्षिण पूर्व में स्थित गांव रिवनोपिल को दोबारा अपने अधिकार में ले लिया है, हालांकि इस इलाके में भीषण गोलाबारी जारी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोमवार को दोनेत्स्क के युद्धग्रस्त क्षेत्र में सैनिकों से मिलने के बाद कहा कि उनकी सेना इस इलाके समेत जापोरिज्जिया में भी आगे बढ़ रही है.
पुतिन ने गृहयुद्ध की स्थिति टालने के लिए सेना, सुरक्षा अधिकारियों की सराहना की
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने निजी सेना ‘वैग्नर’ के प्रमुख येवगेनी प्रीगोझिन की बगावत के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करके गृहयुद्ध की स्थिति टालने के लिए सेना और कानून लागू करने वाली एजेंसियों की मंगलवार को सराहना की. राष्ट्रपति कार्यालय ‘क्रेमलिन’ में सैनिकों और सुरक्षा अधिकारियों से बात करते हुए, पुतिन ने ‘वैग्नर’ समूह के विद्रोह के दौरान उनकी कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि ”आपने प्रभावी ढंग से गृह युद्ध को रोक दिया.” प्रीगोझिन का नाम लिए बिना पुतिन ने कहा कि सेना और लोगों ने विद्रोह का समर्थन नहीं किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बगावत से निपटने के लिए यूक्रेन में तैनात रूसी सैनिकों को अग्रिम मोर्चे से नहीं हटाया गया था.