त्रिपुरा: रथ के हाईटेंशन तार के सम्पर्क में आने से छह व्यक्तियों की मौत, 15 अन्य झुलसे
अगरतला. त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में बुधवार को हाईटेंशन तार के संपर्क में आने के बाद एक रथ में आग लगने से दो बच्चों सहित छह व्यक्तियों की मौत हो गई और 15 अन्य झुलस गए. यह जानकारी पुलिस ने दी. पुलिस ने बताया कि यह घटना इस्कॉन द्वारा आयोजित भगवान जगन्नाथ के ‘उल्टा रथ यात्रा’ उत्सव के दौरान कुमारघाट इलाके में शाम करीब साढ.े चार बजे हुई.
इस उत्सव के दौरान, भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद अपने मुख्य मंदिर लौट आते हैं. पुलिस ने बताया कि लोहे से बने रथ को हजारों लोग खींच रहे थे, तभी वह 133 केवी ओवरहेड केबल के संपर्क में आ गया. पुलिस ने बताया कि रथ के हिस्सों में तुरंत ही आग लग गई और लोगों के शरीर में आग लग गई और वे सड़क पर गिर गए. पुलिस ने बताया कि दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया.
सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ज्योतिषमान दास चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 15 अन्य झुलस गए. पुलिस ने बताया कि मृतकों में दो बच्चे और तीन महिलाएं शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि घायलों को जिले के कैलाशहर और कुमारघाट अस्पतालों में ले जाया गया और बाद में उनमें से सात की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें अगरतला के जीबी पंत अस्पताल भेज दिया गया.
मुख्यमंत्री माणिक साहा स्थिति का जायजा लेने के लिए कुमारघाट जा रहे हैं जो अगरतला से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर है.
उन्होंने कहा, ”कुमारघाट में एक दुखद दुर्घटना में, ‘उल्टा रथ’ खींचते समय करंट लगने से कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं. शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना. साथ ही, मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार इस मुश्किल समय में उनके साथ खड़ी है.”
ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम लिमिटेड को घटना की जांच करने और तुरंत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. विपक्ष के नेता, टिपरा मोथा के अनिमेष देबबर्मा ने उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई. उन्होंने आरोप लगाया, ”ऐसा प्रतीत होता है कि यह घटना स्थानीय प्रशासन की सतर्कता की कमी के कारण हुई.”