बेंगलुरु पुलिस ने भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की

बेंगलुरु. कर्नाटक में कांग्रेस के एक नेता की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विभाग के प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है. कांग्रेस नेता का आरोप है कि मालवीय ने कांग्रेस और राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर वैमनस्य को बढ.ावा दिया और लोगों को उकसाने का काम किया.

पुलिस ने बुधवार को बताया कि मालवीय द्वारा किए गए एक ट्वीट के सिलसिले में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के सदस्य रमेश बाबू ने यह शिकायत दर्ज कराई थी. ट्वीट के साथ साझा किए गए एक एनीमेटेड वीडियो में कथित रूप से राहुल गांधी और कांग्रेस को खराब तरीके से दर्शाया गया है.

प्राथमिकी के अनुसार, मालवीय ने वीडियो ट्वीट करते हुए साथ में लिखा, ”राहुल गांधी खतरनाक हैं और वे प्रपंच कर रहे हैं तथा सैम पी जैसे लोग अधिक खतरनाक हैं जो ‘रागा’ का राग अलाप रहे हैं. वे भारत के कट्टर विरोधी हैं, वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को र्शिमंदा करने के लिए विदेशों में भारत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं.” पुलिस ने बताया कि मालवीय के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 153 (ए), 120 (बी), 505 (2) और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ.ावा देने और ‘सद्भाव बनाए रखने के लिए पूर्वाग्रहयुक्त कार्य करने’ और साजिश से संबंधित है.

प्राथमिकी दर्ज होने के तुरंत बाद, मालवीय ने उसी ट्वीट को एक कैप्शन के साथ फिर से पोस्ट किया, ”राहुल गांधी विदेशी ताक.तों का मोहरा?” बेंगलुरु दक्षिण से सांसद तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट किया, ”श्री अमित मालवीय के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी राजनीति से प्रेरित है. स्पष्ट है.”

सूर्या ने कहा, ”राहुल गांधी के खिलाफ उनके कथित बयान के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153ए और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उपरोक्त दोनों धाराएं समूहों के बीच दुश्मनी को बढ.ावा देने से संबंधित हैं. तो, राहुल गांधी क्या हैं? एक व्यक्ति या एक समूह या एक वर्ग? हम इसे अदालत में चुनौती देंगे और न्याय सुनिश्चित करेंगे.” शिकायत दर्ज कराने के लिए 19 जून को बाबू के साथ गए कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियंक खरगे ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि जब भी भाजपा को कानून का दंश झेलना पड़ता है तो वह हायतौबा मचाती है.

उन्होंने कहा, ”उन्हें (भाजपा को) देश के कानून का पालन करने से समस्या है और उन्हें संविधान से समस्या है. और अगर हम कानून या संविधान लागू करते हैं तो उन्हें इससे भी समस्या है.” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक ने कहा, ”मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि मालवीय के खिलाफ प्राथमिकी का कौन सा हिस्सा गलत इरादे से दर्ज किया गया है. वीडियो का निर्माता कौन है? वीडियो फैलाने वाला कौन है? सोशल मीडिया पर इसे कौन फैला रहा है? यह झूठ कौन फैला रहा है? मैंने कर्नाटक के लोगों से वादा किया है कि फर्जी खबरों (फेक न्यूज) पर लगाम लगाई जाएगी.”

कर्नाटक में भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर ‘वचन भ्रष्ट’ होने का आरोप लगाया

कर्नाटक में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को सिद्दरमैया नीत कांग्रेस सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने को लेकर ”वचन भ्रष्ट” होने का आरोप लगाया. भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने आगाह किया कि अगर सरकार चुनावों से पहले लोगों से किए गए वादों को पूरा नहीं करती है तो उनकी पार्टी विधानसभा के भीतर और बाहर प्रदर्शन करेगी.

कर्नाटक सरकार अपनी चुनावी गारंटी को पूरा करने के लिए बड़ी मात्रा में चावल खरीदने में कठिनाई का सामना कर रही है और इसलिए आज उसने ‘अन्न भाग्य’ योजना के तहत अतिरिक्त पांच किलोग्राम चावल की जगह 34 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से लाभार्थियों को धन का भुगतान करने का फैसला किया है.

कतील ने कहा, ”सिद्दरमैया नीत सरकार ‘वचन भ्रष्ट’ सरकार है. उन्होंने (कांग्रेस) चुनावों से पहले 10 किग्रा निशुल्क चावल देने का वादा किया था. आज वे परेशानी में हैं, चावल उपलब्ध नहीं करा पा रहे और अब उन्होंने 10 किलोग्राम चावल मुहैया कराने के बजाय पांच किग्रा चावल के लिए पैसा देने का फैसला किया है.” उन्होंने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चुनावों से पहले केंद्र द्वारा मुहैया कराए जा रहे पांच किग्रा चावल के अतिरिक्त 10 किग्रा चावल देने का वादा किया गया था इसलिए कुल 15 किग्रा चावल दिए जाने चाहिए.

भाजपा नेता ने कहा, ”लेकिन राज्य में कांग्रेस सरकार यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि केंद्र द्वारा दिए जा रहे पांच किग्रा चावल समेत 10 किग्रा चावल दिए जा रहे हैं.” उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार ने चावल के बजाय पैसा देने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, ”जब हमने चावल की व्यवस्था होने तक पैसे देने का सुझाव दिया था तो उस समय सिद्दरमैया ने हमसे सवाल किया था कि क्या पैसा खाया जा सकता है और कहा था कि उनकी सरकार चावल देगी. इसलिए सिद्दरमैया को अब चावल देने चाहिए न कि पैसा.”

कतील ने कहा कि अगर कांग्रेस चुनाव से पहले लोगों से किए वादे पूरा नहीं करती है तो भाजपा विधानसभा के भीतर और बाहर प्रदर्शन करेगी. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पूर्व भाजपा सरकार के खिलाफ 40 प्रतिशत कमीशन के ”झूठे आरोप” लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया, ”यह 60 प्रतिशत कमीशन सरकार है.”

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