भारतीय स्पिनरों ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट पर 99 रन पर रोका
लखनऊ. स्पिनरों के फिरकी के जादू से भारत ने दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां न्यूजीलैंड को आठ विकेट पर 99 रन के स्कोर पर रोक दिया. भारतीय स्पिनरों युजवेंद्र चहल (चार रन पर एक विकेट), दीपक हुड्डा (17 रन पर एक विकेट), वांिशगटन सुंदर (17 रन पर एक विकेट) और कुलदीप यादव (17 रन पर एक विकेट) ने मिलकर 13 ओवर में 55 रन देकर चार विकेट चटकाए. भारत ने अपने विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों अर्शदीप ंिसह (सात रन पर दो विकेट) और शिवम मावी से सिर्फ अंतिम तीन ओवर कराए.
न्यूजीलैंड की ओर से कप्तान मिशेल सेंटनर ने सर्वाधिक नाबाद 19 रन बनाए जिसके बावजूद टीम भारत के खिलाफ इस प्रारूप में अपने पिछले सबसे कम स्कोर को पार नहीं कर पाई. गेंदबाजों के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगता है कि मेहमान टीम की पूरी पारी में सिर्फ छह चौके लगे.
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरे न्यूजीलैंड की शुरुआत खराब रही और टीम ने पांचवें ओवर में 28 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों फिन एलेन (11) और डेवोन कॉनवे (11) के विकेट गंवा दिए. चौथे ओवर में लेग स्पिनर चहल की गेंद को रिवर्स स्वीप करने की कोशिश में एलेन चूक गए और गेंद उनके पिछले पैर से टकराकर विकेटों में समा गई.
अगले ओवर में वांिशगटन की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने की कोशिश में कॉनवे ने विकेटकीपर इशान किशन को आसान कैच थमाया.
न्यूजीलैंड ने पावर प्ले में दो विकेट पर 33 रन बनाए. कप्तान हार्दिक पंड्या (25 रन पर एक विकेट) ने अगले ओवर में गेंद कामचलाऊ स्पिनर हुड्डा को थमाई और उनकी आॅफ स्पिन गेंद को रिवर्स स्वीप करने की कोशिश में ग्लेन फिलिप्स (05) भी बोल्ड हो गए.
मार्क चैपमैन (14) और डेरिल मिशेल (08) कुछ देर विकेट पर डटे रहे लेकिन कुलदीप यादव ने 10वें ओवर की अंतिम गेंद पर मिशेल को बोल्ड करके न्यूजीलैंड का स्कोर चार विकेट पर 48 रन कर दिया. पारी के 13वें ओवर में चैपमैन ने भी हुड्डा की गेंद को रिवर्स स्वीप किया जो शॉर्ट थर्डमैन पर कुलदीप के पार पहुंची. चैपमैन रन लेने के लिए आगे निकल आए और कुलदीप के थ्रो पर इशान ने उन्हें आसानी से रन आउट कर दिया.
माइकल ब्रेसवेल (14) और सेंटनर ने छठे विकेट के लिए 20 रन की पारी की दूसरी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी की. पंड्या ने 17वें ओवर में ब्रेसवेल को फाइन लेग पर अर्शदीप के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा. अर्शदीप ने अगले ओवर में ईश सोढ़ी (01) और लॉकी फर्ग्युसन (00) को पवेलियन भेजा.