भाजपा परिवारवाद की राजनीति से लड़ रही, राष्ट्रीय दल क्षेत्रीय पार्टियों के रूप में सिमटे : नड्डा
भुवनेश्वर. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी भले ही दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, लेकिन वह परिवारवाद की राजनीति करने वाली पार्टियों से लड़ रही है, क्योंकि अन्य राष्ट्रीय दल क्षेत्रीय पार्टियों के रूप में सिमटकर रह गए हैं.
कांग्रेस को ‘भाई-बहन’ की पार्टी करार देते हुए नड्डा ने कहा कि देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल (कांग्रेस) की स्थिति यह हो गई है कि उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में 380 सीटों में से 370 सीटों पर उसके प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. भुवनेश्वर में भाजपा की ओडिशा इकाई के पंचायत स्तर के नेताओं को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सभी राष्ट्रीय दलों का दायरा सिकुड़ गया है और दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने के बावजूद भाजपा अब अलग-अलग राज्यों में परिवारवाद की राजनीति करने वाले दलों से लड़ रही है. राष्ट्रीय पार्टियों का प्रभाव घट रहा है और वे क्षेत्रीय दलों के रूप में सिमटती जा रही हैं.’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जिसके 18 करोड़ से अधिक सदस्य हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल और उनके बच्चों-राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की तरफ इशारा करते हुए नड्डा ने कहा, ‘‘कांग्रेस अब न तो राष्ट्रीय और न ही क्षेत्रीय दल रह गई है. वह अब ‘भाई-बहन’ की पार्टी बनकर रह गई है.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला परिवार, हरियाणा में चौटाला परिवार, पंजाब में बादल परिवार, उत्तर प्रदेश में मुलायम परिवार, बिहार में लालू परिवार, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी, झारखंड में सिबू सोरेन, आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी और तेलंगाना में सी एस राव की पार्टियों के खिलाफ लड़ रही है.
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ओडिशा में निश्चित तौर पर बीजू पटनायक का परिवार राज कर रहा है. लेकिन महाराष्ट्र में शिवसेना ‘परिवार के राज’ से मुक्त हो रही है.’’ अपने 37 मिनट के संबोधन में उन्होंने बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का नाम नहीं लिया.
नड्डा ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘आप खुशनसीब हैं और ईश्वर का आभार जताएं कि आप एक ऐसी पार्टी में हैं, जो कार्यकर्ताओं पर आधारित है, विचारधारा पर आधारित है.’’ उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा उसी विचारधारा पर यकीन करती है, जो 1951 में जन संघ के युग में थी. नड्डा ने कहा कि लोकसभा में भाजपा के 302 सदस्य, राज्यसभा में 92 सदस्य, राज्यों में 1,394 विधायक, 120 महापौर और हजारों जिला परिषद सदस्य व स्थानीय निकाय प्रमुख हैं.
उन्होंने दावा किया कि भाजपा की लोकप्रियता दिन बदिन बढ़ती जा रही है और पार्टी ने 2019 में बिहार में सरकार बनाई तथा असम, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार, उत्तराखंड में तीसरी बार और पुडुचेरी व मणिपुर में पहली बार सत्ता पर काबिज हुई.
नड्डा ने यह भी दावा किया कि कोविड-19 संकट के दौरान ज्यादातर राजनीतिक दल पृथकवास में थे और सिर्फ भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने लोगों को खाद्य सामग्री और मास्क मुहैया कराके राहत दी तथा यह सुनिश्चित किया कि विभिन्न जगहों पर फंसे लोग अपने घर लौट सकें.
उन्होंने कहा कि अतीत में संकट के दौरान भारत अन्य देशों पर निर्भर करता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने दुनिया के विभिन्न देशों को दवाएं और टीके उपलब्ध कराए. नड्डा ने आरोप लगाया कि बीजद के नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार लोगों की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में नाकाम रही है, क्योंकि वह भ्रष्टाचार में लिप्त है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम एक राष्ट्रीय दल हैं, जिसकी क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाएं हैं. मोदी सरकार ने हमेशा उड़िया को बढ़ावा दिया है और सुर्खियों से बाहर रहने वाले 15 से अधिक लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है. इस धरती की एक बेटी देश की राष्ट्रपति भी हैं.’’ बीजद सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि उसके कम से कम तीन मंत्री हत्या के अलग-अलग मामलों में संलिप्त पाए गए हैं.
उन्होंने दावा किया कि ओडिशा सरकार में अलग-अलग स्तर पर भ्रष्टाचार का मौजूद होना, लोगों का साइकिल पर अपने रिश्तेदारों के शव ले जाना और एंबुलेंस की कमी के कारण महिलाओं का सड़क किनारे शिशु को जन्म देना राज्य में ‘कुशासन’ के मुख्य उदाहरण हैं.
नड्डा ने आरोप लगाया कि ओडिशा में भगवान जगन्नाथ का ‘रत्न भंडार’ भी सुरक्षित नहीं है, क्योंकि उसकी असली चाबी गुम हो गई है. उन्होंने ओडिशा के मतदाताओं से 2024 में राज्य में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों में भाजपा को जीत दिलाने की अपील की.