फिलीपीन में नौका में आग लगने से 31 लोगों की मौत, सात अन्य लापता

मनीला: दक्षिणी फिलीपीन में एक नौका में आग लगने से 31 लोगों की मौत हो गई और सात अन्य अब भी लापता हैं। नौका में करीब 250 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। प्रांतीय गवर्नर ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। बेसिलन के गवर्नर जिम हाटामैन ने बताया कि बचाए गए लोगों में से कई आग लगने के बाद घबराकर एम वी लेडी मैरी जॉय नौका से पानी में कूद गए थे। उन्हें तट रक्षक, नौसेना, एक अन्य नौका और स्थानीय मछुआरों द्वारा समुद्र से निकाला गया। तलाश एवं बचाव अभियान बृहस्पतिवार को भी जारी है। कम से कम सात यात्री अब भी लापता हैं।

गवर्नर ने बताया कि नौका ‘एमवी लेडी मैरी जॉय 3’ को बेसिलन के तट पर लाया गया। नौका में एक केबिन से 18 शव बरामद हुए। नौका के अंदर भी तलाश जारी है। हाटामैन ने कहा, ‘‘ इन लोगों की आग लगने के कारण नौका में ही मौत हो गई।’’ गवर्नर ने कहा कि अभी तक की जांच में पता चला है कि नौका में अतिरिक्त यात्री सवार थे, जिनके नाम सूची में नहीं हैं।

उन्होंने बताया कि नौका दक्षिणी बंदरगाह शहर जाम्बोआंगा से सुलु प्रांत के जोलो शहर जा रही थी, जब आधी रात को इसमें आग लग गई। गवर्नर ने बताया कि हादसे में कम से कम 23 यात्री घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। गवर्नर जिम हाटामैन ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ से फोन पर बातचीत में कहा, ‘‘आग लगने की वजह से मचे हंगामे के कारण यात्रियों की नींद खुल गई। उनमें से कुछ नौका से कूद गए।’’

फिलीपीन द्वीपसमूह में लगातार तूफान, खराब नौकाओं, नौकाओं के क्षमता से अधिक भरे होने और सुरक्षा नियमों को लागू करने में ढिलाई के कारण खासकर दूरदराज के प्रांतों में समुद्री दुर्घटनाएं आम हैं। गौरतलब है कि दिसंबर 1987 में नौका ‘डोना पाजÞ’ एक ईंधन टैंकर से टकराने के बाद डूब गई थी । विश्व के सर्वाधिक भीषण समुद्री हादसों में से एक इस घटना में 4,300 से अधिक लोग मारे गए थे।

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