प्रधानमंत्री मोदी की ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी का संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सजीव प्रसारण

जयशंकर ने न्यूजर्सी में भारतवंशियों के साथ सुना ‘मन की बात’ का 100वां संस्करण

न्यूयॉर्क/सोमरसेट. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी का सजीव प्रसारण यहां स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में स्थानीय समयानुसार शनिवार देर रात किया गया. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि व राजदूत रुचिरा कम्बोज ने ट्वीट किया, ‘‘ अभी शुरू हुआ. मन की बात न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के ट्रस्टशिप काउंसिल में प्रसारित हो रहा.’’ मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम की 100वीं कड़ी का प्रसारण न्यूयॉर्क के स्थानीय समयानुसार शनिवार रात डेढ़ बजे शुरू हुआ.

प्रसारण से पहले शनिवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट किया, ‘‘ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार हो जाइए. प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 100वीं कड़ी का संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के ‘ट्रस्टीशिप काउंसिल चैंबर’ में 30 अप्रैल को सीधा प्रसारण किया जाएगा.’’ भारतीय मिशन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व घटना होगी.

भारत के स्थायी मिशन ने कहा, ‘‘ ‘मन की बात’ एक मासिक राष्ट्रीय परंपरा बन गया है, जो लाखों लोगों को भारत की विकास यात्रा में भाग लेने के लिए प्रेरित करता है.’’ ब्रिटेन, चीन, दक्षिण अफ्रीका, चिली, मोरक्को, मेक्सिको, कांगो, इराक और इंडोनेशिया सहित विभिन्न देशों में स्थित भारतीय मिशन ने भी ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी सुनने के लिए विशेष व्यवस्था की.

गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डोमिनिक गणराज्य की आधिकारिक यात्रा पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर भी भारतीय समुदाय समुदाय द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए. लंदन में, मन की बात’ का सजीव प्रसारण की व्यवस्था भारतीय उच्चायोग ने की. केंद्रीय विज्ञान राज्यमंत्री डॉ.जितेंद्र सिंह ने जो ब्रिटेन की यात्रा पर हैं, भारतीय समुदाय और उच्चायोग के अन्य अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

चीन स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘‘ मन की बात श्रृंखला के लिए यह नया मील का पत्थर है. बींिजग में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोग प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम की 100वीं कड़ी का सजीव प्रसारण सुनने के लिए हमसे से जुड़े.’’ रूस में ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी को मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास में सुना गया जिसमें छात्रों सहित भारतीय समुदाय के उत्साहित लोगों ने हिस्सा लिया.

बांग्लादेश स्थित भारतीय उच्चायोग ने ढाका में ‘मन की बात’ के प्रसारण की विशेष व्यवस्था की जिसमें भारतीय छात्रों और समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया. ‘मन की बात’ कार्यक्रम तीन अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ था और यह हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है.

जयशंकर ने न्यूजर्सी में भारतवंशियों के साथ सुना ‘मन की बात’ का 100वां संस्करण
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मन की बात’ बदलते भारत… नये भारत की कहानी है और यह भारत और दुनिया के बीच संपर्क का माध्यम है. जयशंकर ने रविवार को प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें संस्करण का प्रसारण भारतवंशियों के साथ बैठकर सुना.

गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डॉमिनिक गणराज्य की अपनी आधिकारिक यात्रा की समाप्ति के बाद यहां आए जयशंकर ने रविवार की सुबह आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उक्त बात कही. जयशंकर ने कहा, ‘‘तमाम पहलुओं से ‘मन की बात’ की कहानी, पिछले नौ साल की कहानी है, यह बदलते भारत की कहानी है. यह ‘नये भारत’ के उभरने की कहानी है, यह भारत और दुनिया के बीच का संपर्क है… आज बदला हुआ भारत है, ज्यादा समझदार भारत है, तमाम मायनों में मैं कहूंगा कि ज्यादा प्रेरक भारत है जो दुनिया से जुड़ रहा है.’’

अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत ंिसह संधू, न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्यदूत रणधीर जायसवाल, भारतीय-अमेरिकी सीनेटर केविन थॉमस, भारतीय अमेरिकी एसेम्बली सदस्य जेनिफर राजकुमार और एडिसन के मेयर सैम जोशी सहित भारतीय समुदाय के विभिन्न लोगों ने विशेष प्रसारण को सुना.

जयशंकर ने इस दौरान बताया कि कैसे ‘मन की बात’ के दौरान हुई बातचीत और विचारों ने भारत के लोगों को प्रभावित और प्रेरित किया. विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘कोविड के दौरान मेरे लिए ‘मन की बात’ बहुत खास था क्योंकि उस वक्त देश की जनता को साहस की जरूरत थी, जो उन्हें ‘मन की बात’ से मिला.’’

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