कन्हैयालाल हत्याकांड : अगर विशेष अदालत गठित होता तो दोषी को फांसी हो गई होती: शाह
गहलोत ने शाह पर कन्हैयालाल मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया
जयपुर. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राजस्थान में अशोक गहलोत नीत कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अगर उसने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले में विशेष अदालत का गठन किया होता तो दोषी को अभी तक फांसी मिल गई होती.
शाह ने उदयपुर में आज अपनी रैली के दौरान एक साल पुरानी इस घटना का जिक्र किया.
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर इस्लाम का अपमान करने का आरोप लगाकर दो लोगों ने 28 जून को उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की बेरहमी से हत्या कर दी थी. केन्द्र की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार की पिछले नौ साल की उपलब्धियां गिनाने के लक्ष्य से आयोजित रैली में शाह ने कहा, ”राजस्थान सरकार ने विशेष अदालत का गठन नहीं किया. वरना अभी तक कन्हैया लाल की हत्या के आरोपियों को फांसी हो गयी होती.”
शाह ने कहा, ”मैंने देश भर में यात्रा की है. जो समर्थन मैंने देखा है, उससे यह तय है कि मोदी 300 सीटों के साथ 2024 में प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.” शाह ने विश्वास जताया कि भाजपा राजस्थान और केंद्र में रिकॉर्ड अंतर से सरकार बनाएगी. राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
गहलोत ने शाह पर कन्हैयालाल मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाया
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह मंत्री अमित शाह पर यह झूठ बोलने का आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने उदयपुर के कन्हैया लाल साहू हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि अपराधियों को राजस्थान पुलिस ने घटना के चार घंटे के भीतर ही पकड़ लिया था. उन्होंने यह भी कहा कि अमित शाह को शायद पता होगा कि दोनों आरोपी “सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता” थे, और उन्होंने इस बात की जांच की मांग की कि इन दोनों की मदद करने वाले भाजपा नेता कौन थे.
उल्लेखनीय है कि उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल साहू की पिछले साल 28 जून को दो लोगों ने धारदार हथियार से कथित तौर पर हत्या कर दी थी. आरोपियों ने कन्हैयालाल साहू पर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सामग्री पोस्ट करने और इस्लाम का अपमान करने का आरोप लगाया था. अमित शाह ने आज उदयपुर में अपनी रैली में सालों पुराने मामले को याद किया. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार (आरोपियों को) पकड़ना ही नहीं चाहती थी और एनआईए ने उन्हें पकड़ लिया. इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए गहलोत ने कहा कि शाह ने गलत बयान दिया और झूठ बोला.
उन्होंने ट्वीट में कहा ” यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे, परन्तु आज उदयपुर में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना कार्य है.” उन्होंने आगे कहा ”अमित शाह द्वारा उदयपुर में झूठ बोला गया कि कन्हैयालाल के हत्यारों – रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद – को एनआईए ने पकड़ा जबकि सत्य यह है कि इन्हें घटना के महज चार घंटों के भीतर राजस्थान पुलिस ने पकड़ लिया था.”
उन्होंने कहा ”यह दुखद घटना 28 जून 2022 को हुई थी जबकि एनआईए को इस केस की फाइल दो जुलाई 2022 को हस्तांतरित की गयी . शाह को संभवत: जानकारी में होगा कि ये दोनों हत्यारे भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे. उन्हें ये जांच करवानी चाहिए कि इन दोनों के मददगार कौन भाजपा नेता थे जो इनके लिए पुलिस थानों में फोन करते थे.” उन्होंने कहा, ”एक ओपन एंड शट केस में चार्जशीट फाइल होने में भी इतना अधिक समय क्यों लगा और इन्हें अब तक सजा क्यों नहीं हुई.”