भाजपा जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएगी : रैना

जम्मू. जम्मू-कश्मीर पर गठित परिसीमन आयोग द्वारा अंतिम रिपोर्ट अधिसूचित किए जाने के एक दिन बाद भाजपा ने शनिवार को उम्मीद जताई कि केंद्र शासित प्रदेश में अगले छह महीने में विधानसभा के चुनाव होंगे और पार्टी यहां सरकार बनाएगी. उल्लेखनीय है कि परिसीमन आयोग का गठन मार्च 2020 में किया गया था और उसने अंतिम रिपोर्ट बृहस्पतिवार को अधिसूचित की. इसके मुताबिक जम्मू संभाग में विधानसभा की छह सीटें और कश्मीर संभाग में एक सीट बढ़ाने का प्रस्ताव है. वहीं, राजौरी और पुंछ क्षेत्र को अनंतनाग लोकसभा सीट के अंतर्गत करने की सिफारिश की गई है. इसके बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 90 सीटों में से जम्मू संभाग की 43 और कश्मीर संभाग की 47 सीटें होंगी.

भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रंिवद्र रैना ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘परिसीमन आयोग ने अपना काम कर दिया है…अब चार से छह महीने (विधानसभा चुनाव के लिए) इंतजार कीजिए और आप देखेंगे कि भाजपा अपने मुख्यमंत्री के साथ अगली सरकार बना रही है.’’ रैना, पूर्व उप मुख्यमंत्री कंिवद्र गुप्ता और भाजपा महासचिव (संगठन) अशोक कौल की उपस्थिति में शनिवार को कांग्रेस नेता राजू शर्मा भाजपा में शामिल हुए.

रैना ने कहा, ‘‘ भाजपा तेजी से बढ़ रही है और हर दिन विपक्षी खेमे के प्रमुख नेता पार्टी में शामिल रहे हैं. हम अगले विधानसभा चुनाव में अपने ‘50प्लस’ (विधानसभा में 90 में से 50 सीटों पर जीत) के मिशन के साथ आगे बढ़ रहे हैं.’’ उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार की जनता के हित वाली नीतियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की वजह से भाजपा के पक्ष में लहर है.

इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रैना ने सीमा की रक्षा कर रहे सैनिकों और भाजपा कार्यकर्ताओं की समानता बताते हुए कहा, ‘‘भाजपा, राष्ट्रवादियों की पार्टी है और जो भी देश और उसके ध्वज से प्रेम करता है वह पार्टी से जुड़ेगा.’’ रैना ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने कोई नीति नहीं होने की वजह से पूरे देश में अपना आधार खो दिया है….वह पाकिस्तान, आतंकवादियों और अलगाववादियों के लिए बोलती थी और राष्ट्रवादियों को आहत किया जिन्होंने पूरे देश में खासतौर पर जम्मू-कश्मीर में ‘‘एक विधान, एक प्रधान और एक निशान’’ के लिए प्रदर्शन किया.’’

रैना ने कहा कि अगला विधानसभा चुनाव अहम होगा. उन्होंने कहा, ‘‘हम खुश हैं कि पूरे जम्मू-कश्मीर के लोग अपने रंग, जाति और धर्म से ऊपर उठकर भाजपा के बैनर तले एकत्र हो रहे हैं.’’ इस बीच, सिख यूनाइटेड फ्रंट के अध्यक्ष सुदर्शन ंिसह वजीर ने शनिवार को मांग की कि गैर कानूनी तरीके से पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के हिस्से के लिए आरक्षित की गई 24 सीटों में से 50 प्रतिशत सीटें वहां से आए शरणार्थियों को क्षेत्रवार आबादी के आधार पर दी जाए.

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