गरीबों की झोपड़ियों, दुकानों पर नहीं चलेगा बुलडोजर : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि बुलडोजर की मदद से अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई सिर्फ पेशेवर माफिया, अपराधियों के खिलाफ हो और सुनिश्चित किया जाए कि बुलडोजर किसी गरीब की झोपड़ी या दुकान की तरफ ना मुड़े.
गौरतलब है कि प्रदेश में माफियाओं और अपराधियों द्वारा किए गए अवैध निर्माण या जबरन कब्जा की गई जमीन पर किए गए निर्माण को गिराने की कार्रवाई लगातार जारी है. सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, ‘‘मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी गरीब की दुकान, मकान या झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा. कार्रवाई माफिया की अवैध संपत्ति पर की जाए.’’
मुख्यमंत्री ने कहा है, ‘‘गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी शिकायत ना आए.’’ गौरतलब है कि बुलडोजर योगी आदित्यनाथ नीत भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल का प्रतीक चिन्ह बन गया है. यहां तक कि उत्तर प्रदेश चुनावों में मिली जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को “बुलडोजर बाबा” का नाम दिया गया है.
प्रदेश में बुलडोजर का ऐसा खौफ है कि राज्य की सत्ता में भाजपा की वापसी के दो सप्ताह में 50 से ज्यादा अपराधियों ने खुद को पुलिस के हवाले किया है. अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने कहा, “बुलडोजर संदेश दे रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं का अब तंत्र पर नियंत्रण नहीं है. यह सरकार में गरीबों का विश्वास भी पैदा कर रहा है.” राज्य के कई जाने माने नेता और प्रभावशाली राजनेता भी बुलडोजर के शिकार हो चुके हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक और भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोपी बरेली की भोजीपुरा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक और पूर्व मंत्री शहजिल इस्लाम के कथित तौर पर अवैध रूप से निर्मित पेट्रोल पंप को जिला प्रशासन ने बृहस्पतिवार को ध्वस्त करा दिया था.
बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगेंद्र ंिसह ने बताया था कि सपा विधायक इस्लाम के बरेली-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर परसाखेड़ा स्थित पेट्रोल पंप को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया. यह एकमात्र मामला नहीं है. समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन के चाचा सरवन हसन द्वारा कैराना में कब्जा की गई जमीन को बुलडोजर की मदद से शामली जिला प्रशासन ने बुधवार को खाली कराया.
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए), जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार को शहर के चकिया मोहल्ले में जेल में बंद बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद के पुश्तैनी मकान की जमीन पर अवैध रूप से बन रही चारदीवारी और दो शेड गिरा दिया था. पीडीए ने 22 सितंबर, 2020 को अतीक के पुश्तैनी मकान को ढहा दिया था.
अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल कई वीडियो और तस्वीरों में देखा जा सकता है कि ‘कई फरार अपराधियों ने गले में तख्तियां लटका कर आत्मसमर्पण किया है, जिनपर लिखा है कि ‘मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं कृपया गोली ना चलायें’. उन्होंने कहा कि यह हिस्ट्री शीटर अपराधियों में डर को दिखाता है. कुछ दिन पहले अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि पिछले एक पखवाड़े में 50 से अधिक अपराधियों ने न केवल आत्मसमर्पण किया है बल्कि अपराध से दूर रहने का संकल्प भी लिया है.