रामनवमी हिंसा : झारखंड, गुजरात में एक-एक की मौत, मध्यप्रदेश के कस्बे में कर्फ्यू

भोपाल/अहमदाबाद/रांची. देश के कई हिस्सों में रामनवमी के कार्यक्रमों के दौरान हिंसा देखने को मिली. झारखंड के लोहरदगा में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए, वहीं मध्य प्रदेश के खरगौन में पथराव व आगजनी के बाद कर्फ्यू लगाना पड़ा और पुलिस ने वहां 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी.

गुजरात के आणंद जिले के खंभात में रविवार को हुई झड़पों में एक व्यक्ति की मौत हो गई. विभिन्न राज्यों में अधिकारियों ने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति नियंत्रण में हैं और जबकि मध्य प्रदेश में प्रशासन ने खरगौन में रामनवमी के जुलूस पर पथराव करने वाले उपद्रवियों के ‘‘अवैध’’ ढांचों के खिलाफ एक ध्वस्तीकरण अभियान शुरू किया.

अधिकारियों ने बताया कि खरगौन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी को हिंसा में गोली लगी और उनके अलावा छह पुलिसर्किमयों सहित कम से कम 24 लोग घायल हो गए. रविवार को रामनवमी के जुलूस पर पथराव और कुछ घरों तथा वाहनों में आगजनी की घटनाओं के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.

गुजरात के खंभात में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा और पथराव में संलिप्तता के आरोप में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि इसी तरह की घटना के बाद साबरकांठा के हिम्मतनगर कस्बे में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है.

रामनवमी के जुलूस के दौरान इसी तरह की पथराव की घटना मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा कस्बे में सामने आई, जिसमें एक थाना प्रभारी और पांच अन्य घायल हो गए. अधिकारियों के मुताबिक घटना के बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सोमवार को आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं और वामपंथी उदारवादियों को देश भर में रामनवमी मनाने वाले लोगों पर ‘‘हमले’’ के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और उनके अनुयायियों को हिंसा के मार्ग पर ले जाने के लिये उन्हें चेतावनी भी दी.

एक वीडियो संदेश में विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने रविवार को मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड और दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया और कहा कि यह सुनिश्चित करना हर किसी की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाएं न हों.

झारखंड के लोहरदगा जिले के हिरही भोक्ता बगीचा इलाके के पास रामनवमी के अवसर पर शोभायात्रा के दौरान हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 12 अन्य लोग घायल हो गए. अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) अरंिवद कुमार लाल ने बताया कि लोहरदगा शहर में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है और पूरे जिले में दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है.
इस दौरान 10 मोटरसाइकिल और एक वैन में आग लगा दी गई. जिला अधिकारियों और पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने में करीब एक घंटा लगा.

मध्य प्रदेश में खरगौन के जिलाधिकारी अनुग्रह पी के कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार रविवार शाम की घटना के बाद से पूरे खरगौन शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. रविवार को जब रामनवमी का जुलूस खरगौन में तालाब चौक इलाके से शुरू हुआ तो जुलूस पर पथराव किया गया. पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. खरगौन प्रशासन ने रामनवमी के जुलूस पर पथराव करने के आरोपी लोगों के ‘‘अवैध’’ रूप से बने कम से कम 50 ढांचों को सोमवार को गिराना शुरू कर दिया है.

इंदौर के संभागायुक्त पवन शर्मा ने खरगोन में पत्रकारों से कहा, ‘‘सरकार की दंगों के लिए कतई बर्दाश्त न करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति है. अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इन आरोपियों के 50 अवैध निर्माणों की पहचान की गई है. इन अवैध निर्माणों को गिराना शुरू हो चुका है.’’ जिन अवैध ढांचों को तोड़ा जा रहा है उनमें मकान और दुकानें शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि शहर में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर अफवाह फैलाने के लिए राज्य सरकार के चार कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. चार में से तीन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी थे, जिनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं जबकि चौथे कर्मचारी को निलंबित किया गया है.

शर्मा के साथ खरगौन आए पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राकेश गुप्ता ने कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री शिवराज ंिसह चौहान ने कहा था कि सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से की जाएगी क्योंकि उन्होंने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संकल्प लिया था.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दंगाइयों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मध्य प्रदेश में दंगाइयों के लिए कोई जगह नहीं है.’’ मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘‘जिन घरों से पथराव किया गया, उन्हें मलबे में बदल दिया जाएगा. राज्य सरकार का रुख स्पष्ट है और किसी को भी यहां शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.’’मंत्री ने दावा किया कि पांच राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों से आहत कुछ लोग अब हिंसा भड़का रहे हैं.

कांग्रेस नेता दिग्विजय ंिसह ने खरगौन में हुई हिंसा के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया, जबकि उनकी पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई ने शहर में आगजनी और पथराव की जांच के लिए ‘‘तथ्यान्वेषी’’ समिति के गठन की घोषणा की.
ंिसह ने ग्वालियर में पत्रकारों से कहा, ‘‘खरगोन की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन पुलिस तैयार नहीं थी. प्रशासन ने भी ध्यान नहीं दिया. इस घटना के लिए पुलिस और प्रशासन जिम्मेदार हैं. गहन जांच की जानी चाहिए.’’ गुजरात के खंबात कस्बे में रामनवमी के कार्यक्रम के दौरान हिंसा और पथवार के बाद स्थिति अब नियंत्रण में है.

गुजरात में आणंद जिले के पुलिस अधीक्षक अजित राजियन के अनुसार, हिंसा और पथराव में कथित रूप से शामिल अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने कहा, ‘‘खंभात शहर में स्थिति नियंत्रण में है. हमने नौ संदिग्धों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है.’’ रविवार को हुई हिंसा में खंभात में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

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