उप्र विधान परिषद चुनाव में मिली सफलता भाजपा के विकास मॉडल पर जनता के विश्वास की अभिव्यक्ति: मोदी
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनावों में मिली सफलता के लिए उम्मीवारों और कार्यकर्ताओं को बधाई दी और कहा कि यह जीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विकास मॉडल पर जनता के विश्वास की अभिव्यक्ति है. उत्तर प्रदेश विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों पर हुए चुनाव हुए थे. इनमें से नौ सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों को निर्विरोध जीत मिली थी. शेष 27 सीटों पर चुनाव हुए. भाजपा ने इन 27 सीटों में से मंगलवार को 24 सीटें जीतीं जबकि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) का खाता भी नहीं खुल सका. तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की.
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनावों में सभी विजयी उम्मीदवारों को बहुत-बहुत बधाई. यह जीत एक बार फिर भाजपा के विकास मॉडल पर जनता-जनार्दन के विश्वास की अभिव्यक्ति है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के साथ ही पार्टी संगठन से जुड़े सभी कार्यकर्ताओं को ढेरों शुभकामनाएं.’’ भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस जीत को डबल इंजन की सरकार पर जनता की मुहर बताया.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के बाद विधानपरिषद में भी प्रचण्ड जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास रच दिया है. सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को मेरी शुभकामनाएं और हार्दिक बधाई. इस जीत ने यूपी में डबल इंजन की सरकार पर मुहर लगा दी है.’’ केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के केंद्रीय प्रभारी रहे धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव में 33 सीटों पर कमल का खिलना प्रदेश की जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असाधारण नेतृत्व और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अटूट विश्वास का प्रतीक है.
भाजपा को लगातार आशीर्वाद देने के लिए प्रदेश की जनता का आभार जताते हुए प्रधान ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने के मोदी-योगी के प्रयासों को सभी विजयी प्रत्याशी और मजÞबूती प्रदान करेंगे, ऐसा मेरा विश्वास है.’’ निर्वाचन आयोग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक दोपहर बाद घोषित परिणाम में भाजपा ने 24 सीटें जीत लीं जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी, आजमगढ़ और प्रतापगढ़ सीट पर पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार भारी बहुमत से जीती भाजपा का अब विधान परिषद में भी बहुमत हो गया है. इस जीत के साथ ही 100 सदस्यीय उच्च सदन में भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़कर 67 हो गयी है.