रूस ने यूक्रेन के आयुध भंडार पर हमले की बात कही
मॉस्को. रूस की सेना ने कहा कि उसने यूक्रेन के आयुध भंडार पर लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों के साथ हमला किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने मंगलवार को कहा कि सेना ने एक आयुध डिपो को तथा खमेलनित्स्की में स्तारोकोस्तियानतिनिव में युद्धक विमानों के लिए रीइंफोर्स्ड हैंगर को तबाह करने के लिए हवा और समुद्र से प्रक्षेपित की जाने वाली मिसाइलें दागीं. कोनाशेनकोव ने कहा कि एक अन्य हमले में कीव के पास हवरिलिवका में यूक्रेन के एक आयुध डिपो को नष्ट कर दिया गया.
चेक गणराज्य यूक्रेनी लोगों को हथियार चलाने का मुफ्त प्रशिक्षण दे रहा
ब्रनो. ओल्हा देम्बित्स्का ने अपने जीवन में एक-47 राइफल से जो पहले चार फायर किये, उनमें से केवल एक गोली ही निशाने पर लगी. 22 साल की इस यूक्रेनी महिला ने माना कि फायंिरग करना पहली बार थोड़ा मुश्किल लगा. चेक गणराज्य 130 यूक्रेनी महिला-पुरुषों को हथियार चलाने का निशुल्क प्रशिक्षण दे रहा है, जिसमें ओल्हा देम्बिस्का भी शामिल हैं.
ओल्हा ने बताया कि चेक गणराज्य स्थित निशानेबाजी रेंज में उसका निशाना एक मानव आकार का लक्ष्य था. इस महिला ने बताया कि अगली बार यूक्रेन में उसका लक्ष्य असली मानव हो सकता है. उसने कहा कि यह लक्ष्य आक्रमणकारी रूसी सेना के जवान हो सकते हैं. ओल्हा ने कहा कि यदि उनकी जरूरत हुई तो वह यूक्रेन वापस जा सकती हैं. चेक गणराज्य जितने भी लोगों को बंदूक चलाने का मुफ्त प्रशिक्षण दे रहा है, उसमें से करीब-करीब किसी के भी पास हथियार चलाने का अनुभव नहीं है.
हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने के साथ ही इन प्रशिक्षुओं को प्राथमिक उपचार, युद्ध क्षेत्र में आवाजाही के तरीके और बंदूकों की बुनियादी जानकारी दी जा रही है. प्रशिक्षण लेने वाले सभी लोग बहुत उत्साहित हैं. ओल्हा कहती हैं कि दक्षिणी यूक्रेन स्थित उनके शहर खेरसोन की हालत भयावह है. प्राग से लगभग 200 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में ब्रनो के बाहरी इलाके में स्थित एक सुरक्षा कंपनी सीएस सॉल्यूशंस के मालिक मिशल रतज्स्की ने कहा कि वह प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहे हैं, जो यूक्रेनियों की मदद में उनका योगदान है.
मिशल ने कहा कि तीन घंटे के संक्षिप्त प्रशिक्षण से किसी तरह का चमत्कार नहीं हो सकता, लेकिन यह यूक्रेनी लोगों को एक अपरिचित कौशल से परिचित कराने के लिहाज से पर्याप्त है. मिशल ने कहा कि उन्हें मालूम है कि वह लोगों को तीन घंटे में सैनिक नहीं बना सकते, लेकिन हमारा जोर यूक्रेनियों की सुरक्षा पर है. रूस के हमले के बाद से यूक्रेन निवासी चेक गणराज्य के दूसरे सबसे बड़े शहर ब्रनो में बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं.