चारधाम यात्रा, ‘वायरल वीडियो में केवल आधा सच : भाजपा प्रवक्ता शादाब शम्स

देहरादून. चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौतों पर अपनी कथित टिप्पणी से विवादों में आए उत्तराखंड प्रदेश भाजपा प्रवक्ता शादाब शम्स ने रविवार को साफ किया कि उनका कहने का मतलब सिर्फ इतना था कि कोविड—मुक्त होने के बाद भी सांस लेने में समस्या जैसे उसके दुष्प्रभावों से जूझ रहे श्रद्धालुओं को अपनी जान जोखिम में डालकर हिमालयी धामों की यात्रा से बचना चाहिए .

शनिवार को एक वीडियो प्रसारित हुआ जिसमें शम्स चारधाम यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं की मौत का कारण पोस्ट कोविड स्वास्थ्य जटिलताओं को बताते दिखाई दे रहे हैं . वह यह भी कहते सुनाई दे रहे हैं कि तीर्थयात्री कोविड के कारण उत्पन्न समस्याओं को छिपा रहे हैं और इस विश्वास से इस कठिन यात्रा पर निकल रहे हैं कि अगर उन्हें कुछ हो गया तो भी उन्हें मोक्ष मिल जाएगा .

शम्स ने कहा, ‘ वायरल हुआ वीडियो क्लिप में केवल आधा सच है जो झूठ से भी अधिक हानिकारक है . जब समाचार पोर्टलों ने धामों के रास्ते में हो रही श्रद्धालुओं की मृत्यु के बारे में पूछा तो मैंने अधिकारियों के हवाले से मिली जानकारी बताई जिन्होंने बताया था कि ज्यादातर कोविड इतिहास वाले तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो रही है क्योंकि वे अधिकारियों से अपनी समस्याओं को इस विश्वास पर छिपा रहे हैं कि अगर रास्ते में उन्हें कुछ हो गया तो वे पाप से मुक्त हो जाएंगे और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होगी .’

उन्होंने कहा, ‘ मेरा इरादा श्रद्धालुओं को सिर्फ यह बताना था कि वे सांस लेने में समस्या, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी स्वास्थ्य जटिलताओं के बारे में अधिकारियों से सिर्फ इसलिए न छिपाएं क्योंकि वे उंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित धामों में जाना चाहते हैं जहां आकसीजन का स्तर कम है . मैं कहना चाहता था कि लोग मुख्यमंत्री के परामर्श का कडाई से अनुपालन करें और तभी यात्रा करें जब वे बिल्कुल स्वस्थ हों .’ हांलांकि, उन्होंने कहा कि अगर उन्हें बयान से किसी की भावनाएं आहत होती हैं तो वे माफी मांगते हैं.

प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने भाजपा नेता पर लोगों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह ऐसे बयान देकर यात्रा में हो रही अव्यवस्थाओं को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं . कांग्रेस ने शम्स से माफी मांगने को भी कहा था .

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