श्रद्धा वालकर की हत्या के पीछे ‘बड़ी साजिश’, उसे पूनावाला से था जान का खतरा : श्रद्धा के दोस्त

मुंबई/नयी दिल्ली. महाराष्ट्र की रहने वाली श्रद्धा वालकर के एक करीबी मित्र का कहना है कि उसकी हत्या के पीछे ‘बड़ी साजिश’ हो सकती है, वहीं एक अन्य दोस्त ने दावा किया कि उसने एक बार संदेह जताया था कि आफताब पूनावाला उसकी हत्या कर सकता है. गौरतलब है कि करीब छह माह पहले दिल्ली के महरौली इलाके में एक वीभत्स घटना में पूनावाला ने अपनी सहजीवन साथी (लिव-इन पार्टनर) श्रद्धा की गला घोंटकर कथित रूप से हत्या कर दी, उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर उन्हें लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर की क्षमता वाले फ्रिज में रखा एवं एक के बाद एक कर उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में फेंक दिया. पूनावाला (28) को दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा वालकर की इस साल मई में हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

पालघर जिले के वसई शहर में मानिकपुर पुलिस के अनुसार, मास मीडिया में स्रातक श्रद्धा वालकर मुंबई के मलाड इलाके के एक कॉल सेंटर में काम करती थी और 2019 में डेंिटग ऐप बम्बल के माध्यम से पूनावाला से मिली थी. श्रद्धा वालकर के एक दोस्त ने दावा किया, “जब श्रद्धा मुंबई के पास वसई शहर में रह रही थी, तब एक बार उसने मुझे मैसेज किया और मुझसे आ कर उसे ले जाने को कहा. उसने कहा था कि अगर वह वहां रही तो उसे आफताब मार डालेगा.’’ उसने कहा कि इसके बाद कुछ दोस्तों ने पूनावाला के पास जा कर उसे चेताया था.

इस दोस्त ने कहा ‘‘तब हम आफताब के खिलाफ पुलिस से संपर्क करने जा रहे थे, लेकिन श्रद्धा ने हमें उस वक्त रोक दिया.” दोस्त ने कहा कि उसकी और श्रद्धा की बातचीत जुलाई में श्रद्धा के ही मोबाइल फोन पर टेक्स्ट मैसेज के जरिये हुई थी. इसके बाद वह श्रद्धा से संपर्क नहीं कर पाया और उसे उसके बारे में ंिचता होने लगी थी. तब उसने श्रद्धा के परिवार वालों को सतर्क किया था.

उसने कहा कि श्रद्धा उसके किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दे रही थी और उसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा था. तब दोस्त ने अन्य दोस्तों से श्रद्धा के बारे में पूछा. कोई जानकारी न मिलने पर उसने श्रद्धा के भाई से कहा कि अब पुलिस से संपर्क करना उचित होगा.
श्रद्धा के एक अन्य करीबी मित्र ने कहा कि पुलिस को पूनावाला और उसकी पृष्ठभूमि के बारे में पता लगाना चाहिए ‘‘क्योंकि हो सकता है कि यह (हत्या) एक बड़ी साजिश हो.’’

उसने कहा ‘‘श्रद्धा मास मीडिया में स्रातक करने के बाद पत्रकार बनना चाहती थी, वह रंगमंच भी करती थी. वह बहुत सक्रिय थी और उसका आकर्षक व्यक्तित्व था.’’ दोस्त ने कहा कि उन लोगों ने 2018 में श्रद्धा में बदलाव महसूस किया. उसने कहा कि वह हमेशा व्यथित रहती थी. श्रद्धा के दोस्त ने कहा,‘‘मेरे विचार से यह वही समय था, जब आफताब उसके जीवन में आया.’’ उसने कहा कि उन्हें 2019 में पूनावाला और श्रद्धा के संबंधों का पता चला और तब उन्हें पूनावाला एक ‘‘सामान्य आदमी’’ लगा था.

उसने कहा कि श्रद्धा और पूनावाला ‘‘लिव-इन रिलेशनशिप’’ में थे और बाद में एक साथ काम करने की आपसी सहमति बनने के बाद वे दिल्ली चले गए. उसने कहा ‘‘हमें कुछ समय पहले पता चला कि श्रद्धा लापता है और अब यह सामने आया कि उसकी निर्मम हत्या कर दी गई… शायद कोई बड़ा षड्यंत्र हो सकता है.’’

अपने परिजनों को वसई से मुंबई स्थानांतरित कराने आया था आफताब

अपनी सह-जीवन साथी (लिव-इन पार्टनर) की नृशंस हत्या का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला अपने परिवार के सदस्यों को मुंबई स्थानांतरित करने में मदद के लिए एक पखवाड़ा पहले महाराष्ट्र में पालघर जिले के वसई की आवासीय सोसायटी आया था. सोसायटी के एक सदस्य ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

आवासीय सोसायटी के सदस्य ने कहा, ‘‘ आफताब पूनावाला के परिवार के सदस्य यूनीक पार्क हाउंिसग सोयायटी से मुंबई चले गये और वह उनकी मदद करने 15 दिन पहले वसई की इस सोसायटी में आया था.’’ इस सदस्य ने कहा कि आफताब उस दौरान बिल्कुल सामान्य ढंग से बातचीत कर रहा था. उसने कहा, ‘‘ कोई यह सोच भी नहीं सकता कि उसने ऐसा नृशंस अपराध किया है.’’ उसने बताया कि पूनावाला परिवार का इस सोसायटी में एक फ्लैट है और यह परिवार मुंबई जाने से पूर्व यहां 20 वर्षों से रह रहा था एवं किसी ने उनके विरूद्ध कभी कोई शिकायत नहीं की.
सोसायटी के सदस्य ने कहा, ‘‘ जब हमने यहां से जाने की वजह पूछी तो आफताब के पिता ने हमसे कहा कि उनके बेटे को मुंबई में नौकरी मिल गयी है तथा उसकी कंपनी भाड़ा देगी. उन्होंने (मुंबई और वसई के बीच आने -जाने की) असुविधा का भी जिक्र किया.’’

ंिवग के तीसरे तल पर रहने वाले सोसायटी के सचिव अब्दुल्ला खान ने कहा कि आफताब और उसके परिवार के सदस्य दूसरे लोगों के साथ भद्रता के साथ पेश आते थे. खान और पूनावाला के फ्लैट इसी तल पर थे. खान ने कहा, ‘‘ करीब 15 दिन पहले उन्होंने फ्लैट खाली किया और उसे किराये पर लगा दिया. वे मुंबई के आसपास कहीं चले गये. आफताब ने मुझसे कहा कि वह दिल्ली में रह रहा है. मुझे उसके बर्ताव में कोई बदलाव नहीं नजर आया. हम इस अपराध के बारे में सुनकर अचंभित हैं.’’ इस अपराध से जनाक्रोश पैदा हो गया है.

मई में ही घाव का इलाज कराने डॉक्टर के पास गया था आरोपी

अपनी सहजीवन साथी (लिव-इन पार्टनर) की हत्या करने और उसके शव के टुकड़े-टुकड़े करने के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का इलाज करने वाले एक डॉक्टर ने कहा कि वह मई में एक घाव का इलाज कराने उनके पास आया था. उसी महीने महिला की हत्या की गयी थी.
डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि पूनावाला जब इलाज के लिए उनके पास आया था तो बहुत आक्रामक और बेचैन था तथा उन्होंने उससे चोट के बारे में पूछा तो उसने बताया कि फल काटते वक्त उसे चोट लग गयी.

कुमार ने कहा, ‘‘मई में वह सुबह के समय आया था. मेरे सहायक ने मुझे बताया कि एक व्यक्ति चोट के साथ आया है. जब मैंने उसे देखा तो वह गहरा घाव नहीं था बल्कि ऊपरी तौर पर घाव था. जब मैंने उससे पूछा कि चोट कैसे लगी तो उसने बताया कि फल काटते वक्त चोट लगी. मुझे कोई शक नहीं हुआ था, क्योंकि वह चाकू से होने वाला छोटा-सा घाव था.’’ उन्होंने कहा कि जब वह इलाज के दौरान पहली बार 28 वर्षीय पूनावाला से मिले तो वह उन्हें काफी साहसी और आत्मविश्वासी व्यक्ति लगा.

कुमार ने कहा, ‘‘दो दिन पहले पुलिस उसे मेरे अस्पताल लेकर आयी और पूछा कि क्या मैंने इस व्यक्ति का इलाज किया था. मैंने उसे पहचान लिया और हां कहा. जब वह इलाज के लिए आया तो वह बहुत आक्रामक और बेचैन था. वह मेरी आंखों में आंखें डालकर बात कर रहा था. वह बहुत साहसी और आत्मविश्वासी था. वह अंग्रेजी में बोल रहा था और मुझे बताया कि वह मुंबई से है तथा आईटी क्षेत्र में अच्छे अवसरों के कारण दिल्ली आया है.’’ दिल्ली पुलिस मंगलवार को पूनावाला को छतरपुर के जंगल में ले गयी, जहां उसने कथित रूप से श्रद्धा वालकर के शव के टुकड़े फेंके थे.

भाजपा विधायक राम कदम ‘लव जिहाद’ के पहलू की जांच की मांग करेंगे

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रामकदम ने मंगलवार को कहा कि वह दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर उससे श्रद्धा वालकर की हत्या के पीछे ‘लव जिहाद’ के संभावित पहलू की जांच की मांग करेंगे. ‘लव जिहाद’ एक ऐसा शब्द है जिसका उपयोग दक्षिणपंथी समूह एवं कार्यकर्ता मुसलमानों पर ंिहदू महिलाओं का शादी के माध्यम से इस्लाम में धर्मांतरण करने की कोशिश के आरोप लगाने के लिए करते हैं.

मुंबई के विधायक कदम और उनके समर्थकों ने मंगलवार को घाटकोपर इलाके में एकत्र होकर श्रद्धा वालकर के सहजीवन साथी (लिव-इन पार्टनर) आफताब अमीन पूनावाला के विरूद्ध नारेबाजी की. वे विरोध के तौर पर अपने साथ पूनावाला का पुतला भी लेकर आये थे.

कदम ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैं दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर उनसे आफताब पूनावाला द्वारा की गयी श्रद्धा की हत्या के पीछे ‘लव जिहाद’ की संभावना की जांच का अनुरोध करूंगा. क्या ऐसी घटना के पीछे किसी समूह या गिरोह का हाथ है? क्या कोई शत्रु देश इसमें शामिल है? इसकी जांच की जानी चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि श्रद्धा वालकर की हत्या को किसी अकेली घटना के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए, पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.

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