‘द कश्मीर फाइल्स’ पर राजनीति करने के बजाय POK को वापस लाने पर बात करे भाजपा: राउत

मुंबई. शिवसेना के नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि भाजपा को ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म पर ”राजनीति” करने के बजाय पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत के साथ मिलाने पर बात करनी चाहिये. उन्होंने कहा कि शिवसेना ने अपने संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के जीवन पर बनी फिल्म के लिए भी कर छूट की मांग नहीं की थी.

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बुधवार को ‘द कश्मीर फाइल्स’ के लिए कर माफी की भाजपा की मांग को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर केंद्र सरकार फिल्म पर जीएसटी माफ कर दे तो इसे पूरे देश में लाभ मिलेगा. फिल्म 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के कश्मीर घाटी से पलायन के इर्द-गिर्द घूमती है.

शिवसेना के राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा, ”हमने (2019 में) बालासाहेब ठाकरे के जीवन पर एक फिल्म बनाई थी. यह एक अच्छी फिल्म थी. हमने कभी यह मांग नहीं की कि इसे मनोरंजन कर से मुक्त किया जाए.” उन्होंने कहा, ”द कश्मीर फाइल्स” पर राजनीति करना सही नहीं है.

राउत ने कहा कि पूरा देश कश्मीर और कश्मीरी पंडितों के बारे में शिवसेना की भावनाओं को जानता है. उन्होंने कहा कि दिवंगत बाल ठाकरे ने 1989 में जम्मू-कश्मीर में ंिहसा भड़कने पर केंद्र सरकार से कश्मीरी पंडितों को हथियार देने की मांग की थी ताकि वे अपनी रक्षा कर सकें. राउत ने कहा कि ठाकरे ने यह भी सुनिश्चित किया कि ंिहसा के बाद कश्मीर छोड़ने वाले कश्मीरी पंडितों के बच्चों को महाराष्ट्र के मेडिकल और इंजीनियंिरग कॉलेजों में पांच प्रतिशत आरक्षण मिले.

राउत ने कहा ‘‘हमने इसपर फिल्म का निर्माण नहीं किया और अभियान में शामिल नहीं हुए. हमने प्रचार नहीं किया, हमने राजनीति नहीं की. ’’ शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में कहा था कि पीओके को भारत में वापस लाया जाएगा. इसे वापस लाया जाना चाहिए. इसके बारे में अगर आप कुछ कर सकते हैं तो कुछ करें. साथ ही, कश्मीरी पंडितों की कश्मीर वापसी सुनिश्चित करने के अपने वादे के बारे में भी बात करें.”

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