योगी आदित्यनाथ एक बार फिर चुने गए विधायक दल के नेता; लगातार दूसरी बार बनेंगे मुख्यमंत्री
लखनऊ. योगी आदित्यनाथ को बृहस्पतिवार को एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया. वह लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. भाजपा द्वारा केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर भेजे गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की मौजूदगी में योगी को विधायक दल का नेता चुना गया.
भाजपा विधायक दल के सबसे वरिष्ठ सदस्य सुरेश कुमार खन्ना ने योगी के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, नंद गोपाल गुप्ता नंदी और राम नरेश अग्निहोत्री ने समर्थन किया. उसके बाद मौजूद सभी विधायकों ने इस पर रजामंदी दे दी.
हालांकि योगी को ही एक बार फिर विधायक दल का नेता चुने जाने की प्रबल संभावना थी, जिस पर आज सिर्फ मुहर भर लगी है. इस मौके पर मंच पर भाजपा के सहयोगी अपना दल सोनेलाल के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल तथा निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद भी मौजूद थे.
राजभवन की ओर से जारी बयान के मुताबिक, बैठक के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव ंिसह के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. बयान के अनुसार, राज्यपाल को सौंपे गए पत्र में यह भी आग्रह किया गया है कि योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में एवं उनके मंत्रिमण्डल के शपथ ग्रहण के लिए आवश्यक निर्देश जारी किये जाये. राज्यपाल ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुये 25 मार्च को अपराह्न 03.15 बजे लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन रखा है.
राज्यपाल ने योगी से अपने प्रस्तावित मंत्रिमण्डल के सहयोगियों को शपथ दिलाने के लिए उनकी सूची प्रस्तुत करने को कहा है ताकि संविधान के अनुच्छेद 164(1) के तारतम्य में शपथ दिलायी जा सके. योगी आदित्यनाथ ने भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘‘आज पार्टी ने मुझे फिर से जिम्मेदारी दी है. मैं फिर से वचन देता हूं कि हम बिना डिगे, बिना थके, बिना रुके प्रधानमंत्री के विजन (दृष्टिकोण) के अनुरूप उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता को जनार्दन (भगवान) मानकर उनकी सेवा के लिए पूरी ईमानदारी और तत्परता के साथ सर्मिपत भाव से काम करेंगे. हमारा पूरा विधायक दल इस अभियान का साक्षी बने और एक टीम के साथ तौर पर काम करता दिखे.”
उन्होंने कहा, ‘‘हम शासन में आते हैं तो मालिक बनने की भूल कभी ना करें. हम सेवक बनकर काम करें. हमारी भूमिका व्यवस्था के संरक्षक के रूप में है. पार्टी की जो व्यवस्था होगी उसके तहत हम पूरी ईमानदारी और तत्परता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे.” कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना बहुत बड़ा काम है. पहले कुशासन को सुशासन तक लाना था अब सुशासन को और सुदृढ़ कैसे बनाएं, हमारा जोर इसपर रहेगा. पार्टी ने लोक संकल्प पत्र चुनाव से पहले जारी किया है. अन्नदाता किसानों, माताओं और बहनों और युवाओं समेत समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए अभी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है. जनता की जो अपेक्षाएं हैं उनकी पूर्ति करने के लिए हम सबको और अधिक तत्परता से काम करना होगा.’’
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘‘हम सबको लगता है कि हमारी लोकप्रियता है, मगर पार्टी सबसे ऊपर होती है. पार्टी की नीतियां ही पार्टी के लिए लोकप्रियता का सृजन करती हैं. हमारा दायित्व है कि पिछले पांच साल में उत्तर प्रदेश के विकास की नींव डालने का जो काम हुआ है, अब हमें उस पर समृद्ध इमारत बनानी है.”
उन्होंने कहा, “इस यात्रा को पूरा करने का काम आप सभी विधायकों को करना है. आज हम सब विजय के आनंद के साथ-साथ यह संकल्प भी लेकर जाएंगे कि जो कानून-व्यवस्था को दृढ़ता प्रदान करने का काम पांच साल तक हुआ है उसे हम और सुदृढ़ बनाएंगे.” शाह ने कहा, “आज उत्तर प्रदेश विधानसभा का नया इतिहास लिखने की शुरुआत इस क्षण इसी सभागार से हो रही है. पिछले 35 साल में किसी पार्टी को दूसरी बार पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. भाजपा ऐसी पार्टी है जिसने दोनों बार दो तिहाई से ज्यादा बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है.”
उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को 255 सीटें मिलीं, जबकि उसके सहयोगी अपना दल सोनेलाल को 12 तथा निषाद पार्टी को छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी. योगी मंत्रिमंडल का भव्य शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अनेक केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं तथा विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों की मौजूदगी में लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेई इकाना स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा.