रितु खंडूरी बनीं उत्तराखंड विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष
देहरादून. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी की बेटी और भाजपा विधायक रितु खंडूरी को शनिवार को राज्य विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया. रितु के निर्वाचित होने की घोषणा प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत ने की. वह निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं क्योंकि मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने इस पद के लिए होने वाले चुनाव से दूर रहने का फैसला किया.
रितु, पूर्व मंत्री एसएस नेगी को 3,000 से अधिक मतों से हराकर कोटद्वारा से विधायक चुनी गई हैं. वह वर्ष 2017 में यमकेश्वर सीट से विधानसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं. राजनीति में प्रवेश करने से पहले रितु ने नोएडा स्थित एक निजी विश्वविद्यालय में कई साल तक अध्यापन का कार्य किया.
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने उन्हें विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने पर बधाई देते हुए उनके शैक्षणिक उपलब्धियों की जानकारी दी और कहा कि राज्य की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर उनका निर्वाचन उत्तराखंड राज्य आंदोलन में महिलाओं के अमूल्य योगदान की स्वीकृति है. धामी ने कहा,‘‘आज का दिन हमारे लिए ऐतिहासिक है. हमें आज पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष मिली हैं.
यह राज्य की पूरी महिला आबादी का सम्मान है जिन्होंने उत्तराखंड को बनाने में बड़ी भूमिका निभाई.’’ विपक्षी सदस्य प्रीतम ंिसह और यशपाल आर्य ने भी उन्हें बधाई देते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि वह अपने पिता के सार्वजनिक जीवन की विरासत को आगे बढ़ाएंगी और स्वस्थ विधायी परंपरा का आधार रखेंगी. ंिसह ने उम्मीद जताई कि रितु की अध्यक्षता में सदन राज्य विधायिका में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का विधेयक भी पारित करेगी.