कांग्रेस से निलंबन की सिफारिश के बीच जाखड़ ने पार्टी को कहा ‘गुड लक’
जाखड़ को पार्टी के सभी पदों से हटाने का फैसला हुआ
चंडीगढ़. कांग्रेस अनुशासन समिति ने मंगलवार को पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ को दो साल के लिये निलंबित करने की सिफारिश की, जिसके तुरंत बाद जाखड़ ने पार्टी को ”गुड लक” कह दिया. हालांकि उन्होंने अपनी योजनाओं के बारे में बताने से इनकार किया. पत्रकारों ने जाखड़ से अनुशासन समिति की सिफारिश पर प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने कहा, ”मैं कांग्रेस को शुभकामनाएं देता हूं.” जब उनसे अगले कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
दिल्ली में मंगलवार को सुबह हुई बैठक के बाद कांग्रेस अनुशासन समिति ने पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी सिफारिशें सौंप दीं, जो इस पर आवश्यक निर्णय लेंगी. समिति की बैठक से पहले जाखड़ ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जिनके पास अभी भी जमीर है, उन्हें दंडित किया जाएगा. कांग्रेस अनुशासन समिति ने 11 अप्रैल को जाखड़ को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया और एक सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा था. हालांकि, जाखड़ ने समिति को जवाब नहीं देने का फैसला किया.
जाखड़ ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आज, सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी जमीर बाकी है. (आज जमीर वालों का सिर कलम किया जाएगा). (जावेद अख्तर साहब से माफी मांगता हूं).’’ जाखड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत ंिसह चन्नी की आलोचना की थी और पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) से कांग्रेस की हार के बाद उन्हें पार्टी के लिए एक बोझ करार दिया था. पूर्व मंत्री राजकुमार वरका सहित कुछ पार्टी नेताओं ने जाखड़ पर एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में चन्नी और अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की थी.
हालांकि, जाखड़ ने इन आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया था और उसका गलत मतलब निकाला गया था. कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि अगर कोई उनके बयान से आहत हुआ है तो वह इस पर खेद जताते हैं.
जाखड़ ने इससे पहले तब खलबली मचा दी थी, जब उन्होंने पिछले साल अमंिरदर ंिसह के अचानक हटने के बाद दावा किया था कि पंजाब के 42 विधायक उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और केवल दो विधायक चन्नी के समर्थन में हैं. अमंिरदर के हटने के बाद जाखड़ मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थे. हालांकि, उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं तब कम हो गई थीं, जब पार्टी नेता अंबिका सोनी ने कहा था कि कांग्रेस को किसी सिख को मुख्यमंत्री बनाना चाहिये.
जाखड़ को पार्टी के सभी पदों से हटाने का फैसला हुआ
कांग्रेस ने ‘अनुशासनहीनता’ के लिए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ को पार्टी के सभी पदों से हटाने और केरल इकाई के वरिष्ठ नेता केवी थॉमस को प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति एवं कार्यकारी समिति से हटाने का फैसला किया है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की अनुशंसा पर अपनी मुहर लगाई है.
इससे पहले, सूत्रों ने जानकारी दी थी कि समिति ने अनुशंसा की है कि जाखड़ को पार्टी के सभी पदों से हटाया जाए तथा दो साल के लिए निलंबित किया जाए.
सूत्रों ने बताया कि समिति ने मेघालय के पांच विधायकों को निलंबित करने का फैसला हुआ है. इन विधायकों ने पार्टी के रुख के खिलाफ जाकर प्रदेश सरकार का समर्थन करने का फैसला किया था. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी की अध्यक्षता वाली इस समिति की मंगलवार को बैठक हुई जिसमें इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी.
जाखड़ के खिलाफ निलंबन जैसी कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘जाखड़ पंजाब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता हैं और उनके अलावा कुछ अन्य नेताओं ने भी बयानबाजी की थी. ऐसे में उन्हें सभी पदों से हटाने का फैसला हुआ.’’ उधर, समिति की बैठक से पहले जाखड़ ने इशारों-इशारों में शायरी के माध्यम से कटाक्ष किया.
उन्होंने कहा, ‘‘आज, सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी जÞमीर बाकी है !’’ गौरतलब है कि कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं सुनील जाखड़ और के. वी. थॉमस को, अनुशासनहीनता के आरोपों को लेकर गत 11 अप्रैल को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा था. थॉमस का जवाब मिल गया है, लेकिन जाखड़ की तरफ से जवाब नहीं आया.
जाखड़ ने गत मंगलवार को कहा था कि उन्होंने पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से दिए गए ‘कारण बताओ’ नोटिस का जवाब नहीं दिया है और समिति को जो फैसला करना है, वह कर ले.सुनील जाखड़ पर विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले बयान देने तथा पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत ंिसह चन्नी के खिलाफ ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ करने का आरोप है. कांग्रेस नेता उदित राज ने पिछले दिनों खुलकर यह मांग की थी कि जाखड़ को पार्टी से निष्कासित किया जाए.
दूसरी तरफ, केरल से ताल्लुक रखने वाले पूर्व सांसद थॉमस पिछले दिनों पार्टी के रुख के खिलाफ जाकर राज्य में सत्तारूढ़ माकपा की एक संगोष्ठी में शामिल हुए थे. केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी.