इमरान खान ने सत्ता में बने रहने के लिये सेना से ”भीख” मांगी थी: मरियम नवाज
लाहौर. पाकिस्तान में सत्तारूढ़ दल पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने आरोप लगाया कि अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान सत्ता में बने रहने के लिए इतने उतावले थे कि उन्होंने अपनी सरकार को बचाने के लिए सेना से आखिरी मिनट तक ‘भीख’ मांगी.
पाकिस्तान के 75 वर्षों के इतिहास में से आधे से अधिक समय तक देश पर सेना का शासन रहा है, जहां कभी भी तख्तापलट होने की आशंका बनी रहती है. साथ ही सेना का सुरक्षा और विदेश नीति के मामलों में भी खासा दखल रहा है. हालांकि सेना ने हाल में शहबाज शरीफ और खान के बीच हुए राजनीतिक संघर्ष से यह कहते हुए खुद को दूर कर लिया था कि उसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं हैं.
मरियम ने मंगलवार देर रात लाहौर में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में कहा, ”इमरान खान इतने हताश थे कि उन्होंने अंतिम क्षणों तक अपनी सरकार को बचाने के लिए सेना से भीख मांगी थी. यहां तक ??कि उन्होंने अपने खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर पूर्व राष्ट्रपति और पीपीपी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी तक से मदद का अनुरोध किया था.” खान को 10 अप्रैल को नेशनल असेंबली में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से प्रधान मंत्री पद से हटा दिया गया था और वह संसद द्वारा अपदस्थ किये गए पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बन गए.