सेना में भर्ती प्रक्रिया रुकने के कारण आयु सीमा पार कर चुके युवा अवसाद में टूट रहे हैं: वरुण गांधी
नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरूण गांधी ने शुक्रवार को कहा कि सेना में भर्ती की प्रक्रिया तीन साल से रुकी होने की वजह से युवाओं की निर्धारित आयु सीमा समाप्त हो रही है और उनका मनोबल टूट रहा है. उन्होंने हरियाणा के भिवानी स्थित मुंढाल के एक ऐसे ही युवा द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या किए जाने के संबंध में, अखबार में छपी एक खबर की कतरन ट्विटर पर साझा की और सरकार से सवाल पूछा कि आखिर वह ऐसे युवाओं की कब सुनेगी? इस खबर में दावा किया गया है कि उक्त युवक का सपना सेना में नौकरी करने का था लेकिन भर्ती प्रक्रिया में देरी की वजह से उसकी उम्र सीमा समाप्त हो गई जिससे अवसादग्रस्त हो कर उसने आत्महत्या कर ली.
वरूण गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘विगत तीन वर्षों से रुकी आर्मी रैली के कारण आयु सीमा से बाहर हो रहे युवाओं को अवसाद तोड़ रहा है. इन मेहनतकश युवाओं की गुहार, आखिर कब सुनेगी सरकार?’’ ज्ञात हो कि भाजपा सांसद वरुण गांधी किसानों, बेरोजगारों और अर्थव्यवस्था के मुद्दों पर समय-समय पर केंद्र सरकार की आलोचना करते रहे हैं.
काश बेरोजगारी की बेबसी जान सकते प्रधानमंत्री: कांग्रेस
कांग्रेस ने सेना में भर्ती स्थगित रहने को लेकर शुक्रवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि काश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेरोजगारी की बेबसी जान सकते. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा में एक युवक की कथित खुदकुशी का हवाला देते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘कोरोना काल से सेना भर्ती बंद है. तैयारी करने वाले युवक काफी समय से र्भितयां खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन मोदी जी जनता की सुनते कहां हैं? देश में बेरोज़गारी और बेरोज़गारों की पीड़ा दिखाई नहीं देती मोदी जी को. उनके हिसाब से तो सब चंगा सी. और कितने युवाओं को आत्महत्या की दिशा में बढ़ने को मजबूर करेगी ये सरकार?’’
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘‘ काश बेरोजगारी की बेबसी जान सकते मोदी जी!’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘मार्च 2020 से सेना की भर्ती बंद ! पहले 80,000 र्भितयां हर साल होती थी, अब सब बंद पड़ी हैं. फÞौज में 1,22,555 पद ख़ाली पड़े. क्या सुन पायेंगे इस नौजवान की आख़री गुहार !’’