रैली और कुछ नहीं, राहुल गांधी का रीलॉन्च है, कोई भी कांग्रेस का नेतृत्व नहीं करना चाहता: भाजपा
नयी दिल्ली/जयपुर/पटना. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को मूल्य वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस की रैली का यह कहते हुए मखौल उड़ाया कि यह ‘‘राहुल गांधी रीलॉन्च 4.0’’ है. भाजपा ने साथ ही राहुल गांधी पर उनकी जुबान फिसलने को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि उन्हें यह भी पता नहीं कि आटा ठोस होता है या तरल. गांधी ने यहां रामलीला मैदान में कांग्रेस की ‘महंगाई पर हल्ला बोल’ रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आटा जो पहले ‘‘22 रुपये प्रति लीटर था, अब 40 रुपये प्रति लीटर है.’’ हालांकि उन्होंने तुरंत ही सुधार करके इसे किलोग्राम किया.
यहां भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि गांधी का भाषण ‘‘अपरिपक्व’’ था. उन्होंने कहा कि गांधी ‘‘मुद्रास्फीति के विषय पर बोल रहे थे और उन्होंने आटे को लीटर में बदल दिया. उन्हें नहीं पता कि आलू जमीन के ऊपर उगते हैं या नीचे, उन्हें नहीं पता कि आटा ठोस है या तरल लेकिन (वह) हर विषय पर बोलते हैं.’’ भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक ट्वीट में सवाल किया, ‘‘राहुल गांधी की (कांग्रेस की) संभावित अध्यक्षता को किलोग्राम में मापा जाएगा या लीटर में?’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी पर कटाक्ष करते हुए, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया, ‘‘राहुल गांधी को मूल्य वृद्धि पर गंभीरता से लेना, कांग्रेस को भ्रष्टाचार से लड़ने पर गंभीरता से लेने और हिटलर को मानवाधिकारों पर गंभीरता से लेने जैसा है.’’ पात्रा ने रैली में न्यायपालिका और मीडिया पर गांधी की टिप्पणी को ‘‘अदालत की अवमानना’’ और ‘‘बहुत खराब’’ करार दिया.
गांधी ने रैली को संबोधित करते हुये कहा कि न्यायपालिका और मीडिया सहित सभी संस्थानों पर दबाव है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उन पर हमला कर रही है, जबकि मीडिया पर कुछ कॉरपोरेट का नियंत्रण है और स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रहा है. पात्रा ने कहा कि भाजपा की ओर से हम न्यायपालिका से अपील करना चाहते हैं कि यह अदालत की अवमानना है. उन्होंने कहा कि मीडिया के बिना यह लोकतंत्र अधूरा है. पात्रा ने कांग्रेस की रैली को ‘परिवार बचाओ आंदोलन’ करार दिया और कहा कि यह गांधी परिवार के अस्तित्व को बचाने के लिए आयोजित की गई थी.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी पुरानी पटकथा दोहराई… राहुल और जिम्मेदारी एक साथ नहीं चल सकते… राहुल गांधी, कांग्रेस के ‘शहजादा’ ने आज एक अपरिपक्व भाषण दिया.’’ गांधी की इस टिप्पणी पर कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश में नफरत और गुस्सा फैला रहे हैं, पात्रा ने कहा, ‘‘वास्तव में यह उनका भाषण था जो नफरत और गुस्से से भरा था.’’
उन्होंने कहा, ‘‘5,000 करोड़ रुपये के नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल और सोनिया गांधी जमानत पर हैं, जांच चल रही है. जो भ्रष्ट हैं और जो भ्रष्टाचार को उनका जन्मसिद्ध अधिकार समझते थे, आज वे डरे हुए हैं. इसके चलते उनके भाषण में डर, नफरत और गुस्सा झलक रहा था.’’ इससे पहले दिन में भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की रैली का असली मकसद गांधी परिवार को बचाना और परिवार के वंशज राहुल गांधी को फिर से ‘लान्च’ करना है.
राठौर ने कहा,‘‘यह रैली परिवार को बचाने के लिए है न कि मूल्य वृद्धि के विरोध में. साथ ही यह राहुल गांधी को फिर से ‘लॉन्च’ करने के लिए है जिन्हें राजनीति में कई बार ‘लॉन्च’ किया गया है. यह रैली ‘राहुल गांधी रिलॉन्च 4.0’ है, क्योंकि कोई भी कांग्रेस का नेतृत्व नहीं करना चाहता है.’’ कांग्रेस ने 28 अगस्त को घोषणा की थी कि उसके अध्यक्ष के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित चुनाव 17 अक्टूबर को होगा. राठौर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ‘‘2014 से अब तक 90 फीसदी चुनाव हार चुकी है. उत्तर प्रदेश के चुनावों में 90 फीसदी से ज्यादा सीटों पर उसकी जमानत जब्त हो गई.’’ ’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद महंगाई दर को काबू में किया : अरुण सिंह
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर महंगाई को मुद्दा बनाने पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद महंगाई दर को काबू में किया जिसकी देशवासी सराहना कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस इसे देख नहीं पा रही है. सिंह ने कहा कि अन्य देशों में महंगाई दर 20-25 प्रतिशत हो गई है, लेकिन यह प्रधान मंत्री की नीतियां है कि भारत में महंगाई नियंत्रण में है.
कांग्रेस पार्टी द्वारा उठाए जा रहे महंगाई के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, “महंगाई यहां कोई मुद्दा नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री ने महंगाई को नियंत्रित किया है.” वह रविवार को भाजपा प्रदेश इकाई की कोर कमेटी की बैठक में शामिल होने जयपुर पहुंचे हैं.
उन्होंने कहा कि ‘‘श्रीलंका, पाकिस्तान, बांग्लादेश के पड़ोसी देशों को देखो, यहां तक कि आप ब्रिटेन या अमेरिका में जाकर देखें … दुनिया के देशों में महंगाई कैसे बढ़ी है, 10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत और 20-25 प्रतिशत तक, लेकिन भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और नीतियां हैं कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद महंगाई नियंत्रण में है.’’ उन्होंने कहा, “कांग्रेस जमीनी हकीकत नहीं देख पा रही है और इसलिए आरोप लगाती रहती है.” भाजपा नेता ने अर्थव्यवस्था पर एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में पांचवें स्थान पर है, जो 2014 में 10वें स्थान पर थी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं. पूरी दुनिया भारत की सराहना कर रहा है. विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी जीडीपी वृद्धि करीब 8 फीसदी है. कोविड और फिर रूस-यूक्रेन युद्ध हुआ. जिस तरह से प्रधानमंत्री ने महंगाई से निपटा है. देश इसकी सराहना कर रहा है. कांग्रेस को इसे देखना चाहिए.’’
अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को 50 सीटों पर समेटने का नीतीश का दावा हास्यास्पद
अगले लोकसभा चुनाव में एकजुट विपक्ष द्वारा भारतीय जनता पार्टी को महज 50 सीटों पर समेटे जा सकने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दावे को भाजपा ने रविवार को हास्यास्पद बताया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता नीतीया कुमार का मजÞाक बनाते हुए कहा, ‘‘उन्हें अब ना गंभीरता से लिए जाने की जरुरत है और नाहीं जनता ले रही है.’’
फेसबुक पर एक पोस्ट में जायसवाल ने कुमार या जदयू का नाम लिए बगैर कटाक्ष किया, ‘‘जिस पार्टी को 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में 50 सीट भी हासिल नहीं है. अन्य राज्यों की तो छोड़िए बगल के राज्य झारखंड में एक भी विधायक नहीं है. जो पार्टी 28 वर्षों में अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकी.’’ उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए जदयू पर कटाक्ष किया, ‘‘40 (बिहार के) में 36 सीटों पर जमानत जब्त हो गई. उसके नेता भाजपा जैसी बड़ी राष्ट्रीय पार्टी को 50/540 के नीचे समेटने का हास्यास्पद दावा कर रहे हैं.’’